अब पॉलिथिन बेचने वाली दुकानों को सील करेंगें अधिकारी
जिले में पोलिथिन बेचते हुए कोई दुकानदार मिला तो नगर परिषद व नगर पालिका के अधिकारी दुकान को सील कर देंगे। जिले को पोलिथिन मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने अभियान शुरू कर दिया है। जिले में अब तक नप और नपा ने 566 चालान करके दुकानदारों और लोगों पर 71500 रुपये का जुर्माना वसूला है। डीसी धीरेंद्र खडगटा ने एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने और प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा को लेकर अधिकारियों की एक बैठक ली जिसमें कुरुक्षेत्र को पोलिथिन मुक्त बनाने के अभियान पर योजनाबद्घ तरीके से काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अभियान के तहत थानेसर नगर परिषद ने पोलिथिन रखने वाले दुकानदारों और प्रयोग करने वाले 243 के चालान किए। इन दुकानदारों पर 44 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इसके अलावा शाहाबाद नपा ने
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रशासन पॉलिथिन बेचने वाले दुकानदारों पर सख्त हो गया है। अब ऐसा मिलने पर नगर परिषद व नगर पालिका के अधिकारी दुकान को सील कर देंगे। जिले को पॉलिथिन मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने अभियान शुरू कर दिया है। जिले में अब तक नप और नपा ने 566 चालान करके दुकानदारों और लोगों पर 71500 रुपये का जुर्माना वसूला है।
डीसी धीरेंद्र खडगटा ने एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने और प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा को लेकर अधिकारियों की एक बैठक ली, जिसमें कुरुक्षेत्र को पॉलिथिन मुक्त बनाने के अभियान पर योजनाबद्ध तरीके से काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अभियान के तहत थानेसर नगर परिषद ने पॉलिथिन रखने वाले दुकानदारों और प्रयोग करने वाले 243 के चालान किए। इन दुकानदारों पर 44 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इसके अलावा शाहाबाद नपा ने 89 चालान कर पांच हजार रुपए जुर्माना, पिहोवा नपा ने 96 चालान कर 17500 रुपये जुर्माना, लाडवा नपा ने 72 चालान कर चार हजार रुपये जुर्माना और इस्माईलाबाद नपा ने 66 चालान कर 1 हजार जुर्माना लगाया है। 22 अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी, एडीसी होंगी नोडल अधिकारी
नपा और नप अधिकारियों के अलावा पॉलिथिन बेचने वालों पर शिकंजा कसने के लिए 22 अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। एडीसी वीना हुड्डा को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। अभियान के तहत सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में पॉलिथिन बेचने वाले थोक विक्रेताओं की सूचि तैयार करेंगे और इस सूचि के अनुसार शिकंजा कसना शुरू करेंगे। अगर दुकानदार बार-बार कहने के बावजूद आदेशों की अवहेलना करता हुआ पाया गया तो उसकी दुकान को नप व नपा के अधिकारी सील करने में देरी नहीं लगाएंगे।