अब प्रत्येक घर को गीले और सूखे कचरे का करना होगा प्रबंधन
कुरुक्षेत्र । प्रशासन ने कूड़ा उठान में एनजीटी के आदेशों की पालना के लिए एक्शन मोड में आ गया है। अब प्रत्येक घर में गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखने होंगे। इसी के साथ टिपरों में भी गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखा जाएगा। डंपिग स्टेशन तक इसके अलग-अलग प्रबंधन किए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रशासन ने कूड़ा उठान में एनजीटी के आदेशों की पालना के लिए एक्शन मोड में आ गया है। अब प्रत्येक घर में गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखने होंगे। इसी के साथ टिपरों में भी गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखा जाएगा। डंपिग स्टेशन तक इसके अलग-अलग प्रबंधन किए जाएंगे।
डीसी धीरेंद्र खडगटा ने मंगलवार को अपने कार्यालय में एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने और अब तक किए प्रबंधों की समीक्षा को लेकर टास्क फोर्स की एक बैठक ली। इससे पहले डीसी ने नगर परिषद, नगरपालिका, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड, जन स्वास्थ्य विभाग, एचएसवीपी व राजस्व विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों से एनजीटी के आदेशों की पालना को लेकर किए गए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली। उन्होंने एनजीटी के आदेशों की सख्ती से पालन करने के आदेश दिए। एडीसी की अध्यक्षता में कमेटी करेगी काम
उन्होंने कहा कि लोगों को स्वच्छता, पॉलिथिन का प्रयोग न करने तथा प्लास्टिक को निर्धारित स्थल पर ही डंप करने के प्रति जागरुक किया जाना चाहिए। इसके लिए प्रशासन की तरफ से ओर अधिक व्यापक स्तर पर गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया गया है। इस कमेटी के नेतृत्व में सक्षम युवाओं की टीम सभी नगरपालिकाओं और नगर परिषद के स्तर पर गठित की जाएगी। कोर कमेटी को दिया जाएगा प्रशिक्षण डीसी ने कहा कि सक्षम की कोर कमेटी को बाकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा। अगले तीन माह तक कमेटी के सदस्य घर-घर जाकर लोगों को स्वच्छता, कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानियों सहित एनजीटी के आदेशों के प्रति जागरूक करेंगे। प्रत्येक कमेटी एक दिन में 50 घरों को कवर करेगी। एक घर पर कम से कम 15 मिनट का समय दिया जाएगा। इनकी रोजाना की रिपोर्ट एकत्रित की जाएगी। नप और नपा अधिकारियों को लगाई फटकार
डीसी ने नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि घर-घर से सूखे और गीले कचरे का प्रबंधन करवाना सुनिश्चित करें। ताकि प्रत्येक घर से कूड़ा अलग-अलग कर टिपर में पहुंचे और यहां पर भी गीले और सूखे कड़े की अलग-अलग व्यवस्था की जाएं। टिपर चालक कूड़ा अलग-अलग करने पर नजर रखेगा। अगर कोई घर इसकी व्यवस्था नहीं करेगा तो सक्षम की टीम संबंधित घर में पहुंचकर लोगों को जानकारी देगी। तीन दिन में भी किसी घर में यह व्यवस्था नहीं बनी तो एनजीटी के आदेशानुसार संबंधित घर का चालान भी किया जाएगा। सरस्वती चैनल और घग्गर में गंदे पानी को बंद किया जाएगा डीसी ने सरस्वती चैनल व घग्गर में गंदे पानी को बंद करने के लिए डीडीपीओ की ड्यूटी लगाई। वे सरस्वती चैनल के किनारे वाले सभी गांवों का निरीक्षण कर एक्शन प्लान तैयार करेंगे। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शहर के गंदे पानी की निकासी और भावी योजनाओं पर भी तुरंत एक्शन प्लान तैयार करें। पुलिस व एचएसवीपी भी काडा विभाग के माध्यम से माइक्रो इरीग्रेशन प्रोजेक्ट स्थापित करें। इस पानी को पार्कों की सिचाई में प्रयोग किया जा सकें। इस मौके पर एडीसी वीना हुड्डा मौजूद रहे।