सृष्टि में गुरुनानक देव से बड़ा राष्ट्रभक्त कोई नहीं
सिख संगत संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरबचन सिंह मोखा ने कहा कि सृष्टि में गुरुनानक देव से बड़ा राष्ट्रभक्त कोई नहीं हुआ। उन्होंने मानवता की भलाई और दीनहीन की सेवा के पूरी दुनियां का चक्कर लगाया। आज राष्ट्र में जो धार्मिक कट्टरता और एक दूसरे के प्रति नफरत पैदा हुई है।
संवाद सहयोगी, पिहोवा: सिख संगत संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरबचन सिंह मोखा ने कहा कि सृष्टि में गुरुनानक देव से बड़ा राष्ट्रभक्त कोई नहीं हुआ। उन्होंने मानवता की भलाई और दीनहीन की सेवा के पूरी दुनियां का चक्कर लगाया। आज राष्ट्र में जो धार्मिक कट्टरता और एक दूसरे के प्रति नफरत पैदा हुई है। उसे केवल बाबा नानक की नानक बाणी विचार धारा लागू करके दूर किया जा सकता है। गुरबचन सिंह मोखा किसान रेस्ट हाउस में चार अगस्त को सिरसा में गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व समागम का निमंत्रण देने पहुंचे थे। कार्यक्रम में शुगरफेड के चेयरमैन हरपाल सिंह चीका ने कहा कि विदेशों ने गुरु नानक साहिब की विचारधारा नाम जपो, कीरत करो ते वंड छको को अपनाकर खूब तरक्की की। कीरत करो का मतलब इंसान को छोटा बड़ा कोई ना कोई काम जरूर करना चाहिए। काम छोटा बड़ा नहीं होता। विदेशों में सभी लोग अपना काम खुद करते हैं। इसलिए वे तरक्की की राह पर हैं। चेयरमैन मलूक सिंह ने कहा कि प्रदेश स्तर पर समागम के लिए 20 बसों और सौ प्राइवेट वाहनों का काफिला रवाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर समागम मनाने के साथ केंद्र सरकार गुरु साहिब का समागम आगामी वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की दिशा में भी काम कर रही है। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी इंद्र व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलविद्र सिंह बाजवा ने कहा कि सिरसा समागम गैर राजनीतिक है और गुरु साहिब की विचारधारा और सिखों से सम्मान से जुड़ा है। इसलिए भाकियू समागम का समर्थन करते हुए किसानों के साथ सिरसा पहुंचेगी। इस मौके पर मलूक सिंह, स्वामी इंद्र, बलविद्र सिंह बाजवा, हरजीत सिंह जरासी, जोगिद्र सिंह नंबरदार, इंद्रजीत सिंह, बलविद्र सिंह संतोखपुरा, जगतार सिंह, महिद्र सिंह, करनैल सिंह, जगतार सिंह गढ़ी, कश्मीर सिंह जरासी, रवेल सिंह, प्रो.अशोक बंसल, दविद्र राणा व साहब सिंह गढ़ी मौजूद रही।
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