एनएचएम कर्मचारियों ने लंबित मांगों को लेकर काले रिबन बांध किया काम
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के विरोध में मंगलवार को काला रिबन बांधकर विरोध जताया। राज्य कोषाध्यक्ष पंकज आत्रेय और जिलाध्यक्ष सुमित शर्मा की अगुवाई में विरोध जताया गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के विरोध में मंगलवार को काला रिबन बांधकर विरोध जताया। राज्य कोषाध्यक्ष पंकज आत्रेय और जिलाध्यक्ष सुमित शर्मा की अगुवाई में विरोध जताया गया।
राज्य कोषाध्यक्ष पंकज आत्रेय ने आरोप लगाया कि एनएचएम कर्मचारी पिछले चार साल से जायज मांगों को पूरी करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन गंभीर नहीं है। कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान अपनी जान को जोखिम में डालकर स्वास्थ्य सेवा में अपना योगदान दिया। सरकार द्वारा प्रस्तावित दोगुने वेतन को भी एनएचएम कर्मचारियों ने देश हित में नकार दिया था और बिना किसी अतिरिक्त मानदेय और वेतन के कार्य किया। मगर उन्हीं की अनदेखी की जा रही है। जिला अध्यक्ष डा. सुमित शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से दो नवंबर को सातवें पे कमीशन देने की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक उस पर कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है, ना ही कोई पत्र जारी किया गया है। इसी प्रकार से वेतन विसंगति, कैशलेस मेडिकल सुविधा, ग्रेच्युटी मांगों को लेकर 11 मई को 12 सूत्रीय मांग पत्र सरकार को भेजा गया था, जिस पर कोई आश्वासन नहीं दिया गया। इसके चलते आज पूरे प्रदेश में एनएचएम कर्मचारी ब्लैक डे मनाकर विरोध प्रकट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 25 से 27 मई तक एनएचएम कर्मचारी विधायकों को सरकार के नाम ज्ञापन सौपेंगे और अगर फिर भी मांगें नहीं मानी गई तो नौ जून को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर चले जाएंगे। इस अवसर पर डा. सुरेश, डा. चारु, डा. मीनू, डा. सरोज, डा. विपिन, महिपाल, सीमा, सलीम, मनोज, प्रेम, बलवान, कर्ण, रविद्र मौजूद रहे।