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धान खरीद ठप, बिफरे किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में घुसे

कुरुक्षेत्र । धान खरीद में सरकारी सिस्टम फेल हो गया है। सोमवार को जिले की 17 मंडियों और खरीद केंद्रों पर एक भी दाने की खरीद नहीं हो सकी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 07:55 AM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 07:55 AM (IST)
धान खरीद ठप, बिफरे किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में घुसे
धान खरीद ठप, बिफरे किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में घुसे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धान खरीद में सरकारी सिस्टम फेल हो गया है। सोमवार को जिले की 17 मंडियों और खरीद केंद्रों पर एक भी दाने की खरीद नहीं हो सकी। यहां करीब 20 हजार मीट्रिक टन धान पड़ा है। आढ़तियों ने मिलर्स के बिना खरीद करने से इन्कार कर दिया। धान की खरीद ठीक से न हो पाने और वेबपोर्टल में खामियों से परेशान आढ़ती और किसानों का गुस्सा सोमवार को फूट गया। थानेसर मंडी में किसान मार्केट कमेटी का कार्यालय में घुस गए, जबकि पिहोवा में अंबाला रोड पर जाम लगा दिया।

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आढ़ती पहले पोर्टल नहीं चलने की शिकायत लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और इसके बाद पूरी मंडी में रोष मार्च निकाल कर मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना दे दिया। आढ़तियों ने कमेटी अधिकारियों को 10 मिनट में बाहर निकल जाने का अल्टीमेटम दिया और फिर कार्यालय को बंद कर दिया। कुछ देर आढ़ती, किसान व मजदूर यहां धरने पर डटे रहे। फिर प्रशासन को मंगलवार 11 बजे तक का समय देकर धरने से उठकर चले गए। पूर्व प्रधान अंग्रेज सिंह, नरेंद्र जिदल, जिला उपप्रधान जगतार काजल, उपप्रधान प्रवेश सिंह, महासचिव पंकज सहगल, कृष्ण कुमार, सुशील सिगला मौजूद रहे। जब प्रदर्शनकारी बंटे दो धड़ों में

आढ़तियों का काफिला मंडी में जहां-जहां से होकर गुजरा वहीं से आढ़ती रोष मार्च में शामिल होते गए। जब प्रदर्शनकारी आढ़ती और किसान मार्केट कमेटी कार्यालय में पहुंचे तो यहां पर आढ़तियों का संबोधन शुरू हो गया। कुछ आढ़तियों ने जहां प्रदर्शनकारियों को कमेटी कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ जाने के लिए कहा तो दूसरी तरफ आढ़तियों का एक धड़ा उन आढ़तियों को अपने साथ रोष मार्च निकालने के लिए मार्केट कमेटी के बाहर बुलाने लगा। इस तरह से कुछ आढ़ती और किसान तो दूसरे धड़े के पीछे चल दिए तो कुछ वहीं पर धरने पर बैठ गए। प्रधान बोले- मिलर्स के बिना खरीद संभव नहीं

कुरुक्षेत्र अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान दयालचंद ने कहा कि मिलर्स के बिना खरीद हो ही नहीं सकती। डीएफएससी के इंस्पेक्टर रविवार को आए और उन्होंने मंडी से पांच हजार क्विंटल धान खरीद भी ली, लेकिन लिफ्टिग नहीं की। जबकि मिलर्स तुरंत लिफ्टिग शुरू करा देते हैं। इसके अलावा पोर्टल भी नहीं चल रहा है। इस समस्या को लेकर एसडीएम से भी मुलाकात की है। एसडीएम ने शाम तक पोर्टल शुरू होने का आश्वासन दिया है। तमाम दावों के बाद सोमवार को देर सायं तक एक दाना भी खरीद नहीं हुई। अब 11 बजे तक सही ढंग से खरीद करने की चेतावनी दी गई है नहीं तो आढ़ती मंगलवार से धरने पर बैठ जाएंगे।

15-20 दुकानों पर ही खरीद हुई: हरविदर बंसल

नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के महासचिव हरविदर बंसल ने कहा कि रविवार को खरीद शुरू हुई थी, लेकिन इंस्पेक्टर 15-20 दुकानों पर ही खरीद करने के बाद चला गया। जबकि दूसरी दुकानों पर धान की खरीद हुई ही नहीं। मिलर्स के बिना धान की खरीद नहीं हो सकती। आढ़ती सारी फसल मिलर्स की मौजूदगी में ही बेचेंगे। इसके अलावा जो पोर्टल है उसमें कई तरह की खामियां हैं। उस पर भी कोई सही कदम नहीं उठाए जा रहे। पांच दिन हो गए फसल लेकर आए हुए : किसान सोमनाथ

गांव गामड़ी के किसान सोमनाथ पसीना पोंछते हुए बोले भाई साहब पांच दिन हो गए मंडी में डेरा लगाए हुए। अब तक खरीद नहीं हुई है। इतने दिन से दिन रात मंडी में ही डेरा लगाए हुए बैठा हूं। सरकार को पहले से ही खरीद की पूरी व्यवस्था करनी चाहिए थी।

किसानों को लगा इंस्पेक्टर आए हैं..

गांव बगथला निवासी किसान शेर सिंह व बलविद्र ने मंडी में किसानों से बात करते हुए दैनिक जागरण संवाददाता को देखा तो उसे लगा कि खरीद करने के लिए इंस्पेक्टर आए हैं। बस फिर क्या था दोनों का गुस्सा फूट पड़ा। उसको बताया तो उसने अपना दर्द बयां किया। उसने बताया कि वह 18 सितंबर से मंडी में धान लेकर आया था। आज उसकी धान नहीं खरीदी गई। 25 दिन से नहीं मिली दिहाड़ी : मजदूर मोफिल

बिहार के जिला सिपोल गांव सिसोनी निवासी मजदूर मोहम्मद मोफिल ने बताया कि वह 25 दिन पहले कुरुक्षेत्र में मजदूरी की उम्मीद से आया था। मंडी में अब तक भराई का काम शुरू नहीं हुआ है। वर्जन

रविवार को एक हजार मीट्रिक टन की खरीद हुई थी। सोमवार को तकनीकी खामियों के कारण खरीद नहीं हो पाई। मंगलवार से खरीद शुरू होने की पूरी उम्मीद है।

कुशल पाल बुरा, नियंत्रक, डीएफएससी।


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