अभी कीचड़ झेलना पड़ेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री आ रहे हैं
पिपली की गणेश कॉलोनी के लोगों को अभी कीचड़ झेलना पड़ेगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि 12 फरवरी को प्रधानमंत्री स्वच्छ शक्ति कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिले भर का पूरा प्रशासनिक अमला ब्रह्मसरोवर पर खड़ा है। दिन-रात प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों के लिए जुटा हुआ है। वहीं गणेश कॉलोनी के लोग कीचड़ से दो-चार हो रहे हैं। कॉलोनी वासी दूषित वातावरण में रहने को मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिपली की गणेश कॉलोनी के लोगों को अभी कीचड़ झेलना पड़ेगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि 12 फरवरी को प्रधानमंत्री स्वच्छ शक्ति कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिले भर का पूरा प्रशासनिक अमला ब्रह्मसरोवर पर खड़ा है। दिन-रात प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों के लिए जुटा हुआ है। वहीं गणेश कॉलोनी के लोग कीचड़ से दो-चार हो रहे हैं। कॉलोनी वासी दूषित वातावरण में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रशासन की शिकायत लेकर पहुंचने से भी गुरेज नहीं करेंगे। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। लोकसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार : गणेश कॉलोनी निवासी सामर देवी, राम भरोसे, श्याम लाल व विक्रम का कहना है कि सड़क व नाला ही उनकी प्रमुख समस्या है। अगर इसे दूर नहीं किया गया तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। उनका कहना है कि चुनाव के समय प्रत्येक पार्टी के लोग उन्हें बड़े-बड़े आश्वासन देकर जाते हैं, मगर चुनाव के बाद उनकी सुध नहीं ली जाती। अगर ऐसी हालात तो लाडवा रोड पर जाम लगाने से भी गुरेज नहीं करेंगे। वे अपनी समस्या के बारे में सभी को अवगत करा चुके हैं, मगर उसकी जायज मांग को कोई पूरा नहीं कर रहा। जागरण सुझाव : कॉलोनी के साथ लगते एफसीआइ के गोदामों में सीवर लाइन डली हुई है। जिससे कॉलोनी के नालों को जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा कॉलोनी से आगे निकल कर गांव बीड़ पिपली की जमीन है, प्रशासन अगर चाहे तो वहां पर जमीन लेकर जोहड़ बना सकती है। प्रशासन अगर सुधार चाहता है तो वे यहां के पानी को एकत्रित कर छोटा एसटीपी लगा कर पानी को साफ कर सरस्वती में डाल सकता है। नाला बनने के बाद दूर हो जाएगी समस्या : पिपली की सरपंच नवजोत कौर का कहना है कि लाडवा रोड को चौड़ा करने का कार्य चल रहा है, जिस कारण नाले की रिपेयर चल रह है। नाले से पानी की निकासी नहीं हो रही है। जल्द ही नाले का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिसके बाद हालात ठीक हो जाएंगे।