लाखों रुपये खर्च शहरभर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे बंद
पिछले दिनों लाखों रुपये खर्च कर शहर भर के कई चौक पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं। केवल यही नहीं इन चौकों पर लगी ट्रैफिक लाइट और इनके साथ लगे वाई-फाई सिस्टम भी ठप पड़े हैं। लोगों की सुरक्षा में ध्यान में रखते हुए इन्हीं सीसी टीवी कैमरों पर जिला प्रशासन की ओर 13 लाख रुपये खर्च किए गए थे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिछले दिनों लाखों रुपये खर्च कर शहर भर के कई चौक पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं। केवल यही नहीं इन चौकों पर लगी ट्रैफिक लाइट और इनके साथ लगे वाई-फाई सिस्टम भी ठप पड़े हैं। लोगों की सुरक्षा में ध्यान में रखते हुए इन्हीं सीसी टीवी कैमरों पर जिला प्रशासन की ओर 13 लाख रुपये खर्च किए गए थे। अधिकारियों की इस अनदेखी का खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ रहा है। इसी लापरवाही का ही परिणाम है कि सरकार का लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद लोगों को इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। सीसी टीवी बंद होने के कारण अपराधी और शरारती किस्म के लोग बेखौफ हो वारदातों को अंजाम दे फरार हो रहे हैं। इतना ही नहीं कैमरे और ट्रैफिक लाइट बंद होने पर ई-चालान प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है।
करीब साल भर पहले कुरुक्षेत्र प्रशासन की ओर से 15 चौकों पर 46 सीसी टीवी कैमरे लगाए गए थे। इनमें से कई चौक पर वाई-फाई सिस्टम भी लगाया गया था, जिन पर 13 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके बाद कई अन्य जगहों पर भी लाखों रुपये खर्च कर कैमरे लगवाए गए थे। इन सभी को लघु सचिवालय परिसर में बने कंट्रोल रूम से जोड़ा गया था। इस कंट्रोल रूम के लिए दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, जो दिन रात चौबीसों घंटे कैमरों के जरीये पूरे शहर पर नजर रखते थे।
---
शुरू की गई थी ई-चालान प्रणाली
शहर भर के चौकों पर सीसी टीवी कैमरे लगने के बाद ई-चालान प्रणाली को शुरू किया था। इन कैमरों के सामने जो भी वाहन चालक नियमों की अनदेखी करता था, उसके मोबाइल पर ई-चालान भेजा जाता था। इस ई-चालान के साथ ही एक वीडियो क्लिप भी भेजी जाती थी। कई माह तक पुलिस का यह काम काज ठीक ठाक चला। लेकिन अब कैमरे और ट्रैफिक लाइट बंद होने पर यह प्रक्रिया भी ठप हुई पड़ी है।
----
नप को भेजा गया है रिमाइंडर
यातायात पुलिस प्रभारी संदीप ने बताया कि बंद पड़ी ट्रैफिक लाइट को ठीक कराने के लिए नगर परिषद कार्यालय को रिमांइडर भेजा गया है। जो कैमरे बंद पड़े हैं उन्हें ठीक करवाने के लिए भी पत्र लिखा गया है। इन्हें जल्द दुरुस्त करा दिया जाएगा।