मनरेगा मजदूरों को छह माह से नहीं मिला वेतन, रोष
बाबैन खंड के गांव टाटका में मनरेगा मजदूरों को पिछले छह माह बाद भी मजदूरी नहीं मिल पाई है। जिससे मजदूरों में रोष पनप रहा है।
संवाद सहयोगी, बाबैन : बाबैन खंड के गांव टाटका में मनरेगा मजदूरों को पिछले छह माह बाद भी मजदूरी नहीं मिल पाई है। जिससे मजदूरों में रोष पनप रहा है। गांव के मजदूरों का कहना है कि उन्होंने मनरेगा स्कीम के तहत गांव में जोहड़ की खुदाई कर मिट्टी को गांव के अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचाया था। जिनकी उन्हें आज तक मजदूरी नहीं मिली है।
गांव के फूलचंद, लक्ष्मी देवी, कमलेश, सुभाष चंद, सुरेश, रण सिंह, राजपाल, रमेश, महिद्र सिंह ने बताया कि एक ओर तो सरकार मनरेगा योजना के तहत लोगों को रोजगार देने की बात करती है। दूसरी ओर वह काम कर चुके मजदूरों को मजदूरी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि गांव टाटका में जोहड़ की खुदाई कर मिट्टी गांव के सामुदायिक केंद्र में डालने का काम किया था। जिसकी मजदूरी उन्हें आज तक नहीं मिली है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की कि उनके द्वारा की गई मजदूरी का तुरंत भुगतान किया जाए। जिससे वे अपना गुजारा चला सकें। इस बारे में मनरेगा के एबीपीओ संदीप शर्मा ने बताया कि गांव टाटका में मनरेगा योजना के तहत कार्य करने वाले अधिकांश मजदूरों को मजदूरी मिल गई है। मिट्टी ढुलाई का कार्य करने वालों की पेमेंट बाकी है।