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सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार उतारने और मारपीट करने वाले मामले में राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

पश्चिम बंगाल में सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार खोलने व मारपीट करने के मामले में शुक्रवार को जिले की सिख संगत ने डीसी शरणदीप कौर बराड़ के मार्फत राष्ट्रपति मुख्यमंत्री व राज्यपाल पश्चिम बंगाल को ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 06:10 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 06:10 AM (IST)
सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार उतारने और मारपीट करने वाले मामले में राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार उतारने और मारपीट करने वाले मामले में राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पश्चिम बंगाल में सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार खोलने व मारपीट करने के मामले में शुक्रवार को जिले की सिख संगत ने डीसी शरणदीप कौर बराड़ के मार्फत राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री व राज्यपाल पश्चिम बंगाल को ज्ञापन सौंपा। डीसी की अनुपस्थिति में सिख संगत ने डीआरओ चांदी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सिख संगत ने सिख सुरक्षाकर्मी की दस्तार उतारने व मारपीट करने वाले पुलिस कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की।

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कथा वाचक एवं सिख प्रचारक तेजपाल सिंह ने कहा कि बंगाल बीजेपी के स्थानीय नेता प्रियांगु पांडेय की सुरक्षा में तैनात सिख सुरक्षाकर्मी बलविद्र सिंह की दस्तार उतारने और उसकी बेअदबी करते हुए मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। इस पूरे प्रकरण की एक वीडियो वायरल हो चुकी है। इस वीडियो में कोलकाता पुलिस इस सुरक्षाकर्मी की पिटाई करते हुए और उसकी दस्तार की बेअदबी कर रही है। यही नहीं, मामले को दबाने और सुरक्षाकर्मी पर दबाव बनाने के मकसद से पुलिस की ओर से उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे जेल में बंद कर दिया गया है। देश भर की सिख संगत में इस बात को लेकर काफी रोष है कि सिखों की शान दस्तार की बेअदबी करने, सिख युवक से मारपीट करने वाले पुलिस कर्मचारियों ने सिख युवक पर केस दर्ज कर दिया है। उन्होंने कहा कि उक्त मामले के विरोध में सिख संगत में रोष पनप रहा है। इसलिए आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त किया जाए और सिख युवक को रिहा किया जाए। आरोपियों पर ठोस कार्रवाई करके सिख युवक को न्याय दिलाया जाए, ताकि दोबारा ऐसा दुस्साहस कोई भी न कर सकें। यदि ऐसी घटनाओं पर सरकार ने रोक नहीं लगाई, तो फिर सिख संगत को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। इस मौके पर अमरीक सिंह, सोहन सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरजीत सिंह, तेजपाल सिंह, लखविद्र सिंह, पूरन सिंह, प्रभजोत सिंह, अमरजीत सिंह, अजीत सिंह, संतोख सिंह, कुलबीर सिंह व अमरेंद्र सिंह मौजूद रहे।


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