सतत विकास में अनेक समस्याएं बाधक : डॉ. सीमा
शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर में 30 दिवसीय इंडक्शन ट्रेनिग प्रोग्राम के तहत डॉ.सीमा धवन ने एजुकेशन आफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड रिसर्च विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ.सीमा ने बताया कि सतत विकास में प्राकृतिक संसाधन सामाजिक विकास राजनीतिक विकास से संबंधित अनेक समस्याएं बाधक हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर में 30 दिवसीय इंडक्शन ट्रेनिग प्रोग्राम के तहत डॉ.सीमा धवन ने एजुकेशन आफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड रिसर्च विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ.सीमा ने बताया कि सतत विकास में प्राकृतिक संसाधन, सामाजिक विकास, राजनीतिक विकास से संबंधित अनेक समस्याएं बाधक हैं। इसके लिए तीन तत्वों पर्यावरण, समाज, अर्थव्यवस्था पर विचार करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सतत विकास के लिए पर्यावरण, स्वस्थ समाज का होना, सतत अर्थव्यवस्था की प्राप्ति, कुशल प्रशासनिक व्यवस्था विज्ञान की पद्धति (वैज्ञानिक प्रणाली) का उचित प्रयोग आदि मुख्य बिदुओं पर चर्चा की गई। औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा, जिसमें जन-जागरूकता और प्रशिक्षण का होना आवश्यक है। ऐसी शिक्षा सतत विकास को बढ़ावा देने तथा समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विकास के लिए आर्थिक, आत्मनिर्भर गरीबी उन्मूलन तथा वसुदेव कुटुम्बकम की भावना का होना अत्यंत आवश्यक है। 2030 के लिए नियोजित प्रक्रिया के विकास के लिए संबंधित शिक्षा के 17 उद्देश्यों के विषय में भी जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों से आए हुए शिक्षक प्रतिभागियों ने इस व्याख्यान का लाभ उठाया। इस कार्यक्रम में डॉ.तरूणा ढुल व सभी शिक्षक प्रतिभागी उपस्थित रहे।