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महर्षि वाल्मीकि का रामायण ग्रन्थ मानव के कल्याण का मूल मंत्र है : मिश्र

मातृभूमि सेवा मिशन संस्थान में महर्षि वाल्मीकि के आविर्भाव दिवस मनाया। संस्थान के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने महर्षि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 05:12 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 05:12 PM (IST)
महर्षि वाल्मीकि का रामायण ग्रन्थ मानव के कल्याण का मूल मंत्र है : मिश्र
महर्षि वाल्मीकि का रामायण ग्रन्थ मानव के कल्याण का मूल मंत्र है : मिश्र

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मातृभूमि सेवा मिशन संस्थान में महर्षि वाल्मीकि के आविर्भाव दिवस मनाया। संस्थान के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने महर्षि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने पूरी दुनिया को सर्वप्रथम अहिसा का पाठ पढ़ाया और शांति का संदेश दिया। महर्षि वाल्मीकि ने उस समय की परिस्थितियों के अनुरूप समाज को मार्गदर्शन देने के लिए रामायण जैसे महाकाव्य की रचना की। आज रामायण ग्रंथ प्रत्येक भारतवासी के घर श्रद्धापूर्वक पूजा जाता है। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का रामायण ग्रंथ मानव के कल्याण का मूल मंत्र है। इस अवसर पर समाजसेवी डा. मुरारी लाल अग्रवाल की प्रपौत्री सेजल अग्रवाल एवं स्नेहल अग्रवाल ने मातृभूमि सेवा मिशन आश्रम परिसर में अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चों को उपहार भेंट किए।

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