उच्च शिक्षा में फंकल्टी डेवलपमेंट के हब के रूप में उभर रहा कुवि : कुलपति
कुवि के कुलपति डॉ. कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा कि कुवि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में फेकल्टी डेवलपमेंट के हब के रूप में उभर रहा है। उन्होंने संकाय के विकास में रिफ्रेशर पाठ्यक्रम की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के मुख्य घटक हैं। वे सोमवार को पर्यावरण मुद्दों पर दो सप्ताह के रिफ्रेशर कोर्स मूक और ओपन शिक्षा संसाधनों पर आयोजित एक सप्ताह की क्षमता निर्माण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुवि के कुलपति डॉ. कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा कि कुवि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में फेकल्टी डेवलपमेंट के हब के रूप में उभर रहा है। उन्होंने संकाय के विकास में रिफ्रेशर पाठ्यक्रम की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के मुख्य घटक हैं। वे सोमवार को पर्यावरण मुद्दों पर दो सप्ताह के रिफ्रेशर कोर्स, मूक और ओपन शिक्षा संसाधनों पर आयोजित एक सप्ताह की क्षमता निर्माण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कुलपति ने पानी संरक्षण के बारे में भी चिता जताई और कहा कि हमें पर्यावरण के मुद्दों पर समग्र दृष्टिकोण रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्यम प्रशिक्षण, शिक्षा और विकास के लिए मैसिव ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम फायदेमंद हैं। मूक अपने कार्यबल और भीतर कौशल और ज्ञान बढ़ाने के लिए एक अविश्वसनीय मूल्य प्रदान करते हैं, इसलिए मूक पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम समय की आवश्यकता है।
रेवाड़ी, मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसके गक्खर ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इस तरह के पाठ्यक्रमों को उनके मूल्यों पर केंद्रीकृत किया जाना चाहिए। एचआरडीसी की निदेशक प्रो. नीरा वर्मा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और मानव संसाधन विकास केंद्र और संकाय विकास केंद्र की भूमिका के बारे में भी बताया। रिफ्रेशर कोर्स की कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. अनीता भटनागर ने मंच का संचालन किया और कहा कि यह अधिक महत्वपूर्ण है कि इस रिफ्रेशर कोर्स का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर किया जा रहा है।