कुरुक्षेत्र में दिगंबर जैन मंदिर के पुजारी की गला रेत कर हत्या, चाकू से शरीर पर सात बार किया हमला
Kurukshetra Crime कुरुक्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आ रही है। यहां ब्रह्मसरोवर के नजदीक स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर के एक पुजारी की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई है। बदमाश मंदिर परिसर में दीवार फांदकर आए थे। गौरतलब है कि पुजारी के शरीर पर सात बार चाकू से हमला किया गया है
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। Kurukshetra Crime: ब्रह्मसरोवर के नजदीक स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर के पुजारी मध्यप्रदेश के जिला टीकमगढ़ के गांव लार बंजरिया निवासी हुकम चंद जैन (72) की मंगलवार देर रात को गला रेत कर हत्या कर दी गई। पुजारी के शरीर पर सात बार चाकू से हमला किया गया है। हत्यारे पुजारी के कमरे से 70-80 हजार रुपये, अन्य सामान और पुजारी का मोबाइल ले गए। वे मंदिर परिसर की दीवार फांदकर अंदर घुसे थे
चौकीदार ने देखा खून में लथपथ शव
सुबह चार बजे मंदिर के चौकीदार दान सिंह उर्फ दिनेश की पत्नी ने देखा कि पुजारी का कमरा खुला हुआ है और उनका आधा शरीर तख्त पर और आधा नीचे लटका हुआ है। चारों तरफ खून फैला हुआ था। चौकीदार ने इसकी सूचना मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों को दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
यह भी पढ़ें- गुरुग्राम में हुआ दर्दनाक हादसा: ढक्कन खुला होने से सीवर में गिरा दो साल का बच्चा, मौत
पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्यारों की तलाश में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज में रात के समय दो लोग मंदिर परिसर में चारदीवारी फांदकर अंदर जाते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस को आसपास के लोगों पर शक है।
मंदिर परिसर के कमरे में रहते थे पुजारी
पुजारी हुकम चंद जैन पिछले चार साल से जैन मंदिर परिसर में बने कमरे में ही रहते थे। पुजारी की हत्या की सूचना मिलते ही केयूके थाना पुलिस के साथ-साथ पुलिस की अपराध अन्वेषण शाखा- एक और अन्वेषण शाखा दो की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मृतक पुजारी के शव को कब्जे में लेकर घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए।
सूचना के बाद पुजारी की बेटी सरिता जैन व दामाद चंद्रभान जैन अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ कुरुक्षेत्र पहुंचे। पुलिस थाना केयूके प्रभारी निरीक्षक दिनेश ने बताया कि हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह भी पढ़ें- Ambala News: देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी, आज 12 लोगों ने दी आत्मदाह की चेतावनी; पुलिस कार्रवाई से हैं खफा