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ईसी की बैठक से कर्मचारी विरोधी एजेंडे वापस न लेने पर कुंटिया का प्रदर्शन का एलान

कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र विवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ (कुंटिया) ने विवि प्रशासन की ओर से कार्यकारिणी परिषद (इसी) की बैठक में कर्मचारी विरोधी एजेंडे शामिल किए जाने पर कड़ा एतराज जताया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 09:01 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 09:01 AM (IST)
ईसी की बैठक से कर्मचारी विरोधी एजेंडे वापस न लेने पर कुंटिया का प्रदर्शन का एलान
ईसी की बैठक से कर्मचारी विरोधी एजेंडे वापस न लेने पर कुंटिया का प्रदर्शन का एलान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ (कुंटिया) ने विवि प्रशासन की ओर से कार्यकारिणी परिषद (इसी) की बैठक में कर्मचारी विरोधी एजेंडे शामिल किए जाने पर कड़ा एतराज जताया है। इसके लिए कुंटिया के सक्रिय सदस्यों ने प्रधान नील कंठ शर्मा की अध्यक्षता में बैठक बुलाई और विवि प्रशासन से दोनों एजेंडे वापस लेने की मांग की। कुंटिया ने इसी बैठक से इन एजेंडों का न हटाने पर शुक्रवार को ही जोरदार प्रदर्शन करने की भी बात कही।

कुंटिया कार्यालय में एकत्रित सक्रिय सदस्यों को संबोधित करते हुए प्रधान नीलकंठ शर्मा ने कहा कि विवि प्रशासन ने शुक्रवार को इसी की बैठक बुलाई है। बैठक में 10 और 11 नंबर एजेंडे कर्मचारी विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि 10 नंबर एजेंडे में कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में एक अतिरिक्त कालम जोड़ने की बात कही गई है। इस कालम में कर्मचारियों के पास बकाया राशि के बारे में टिप्पणी लिखी जाएगी। इससे कर्मचारियों की पदोन्नति और सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभ प्रभावित होंगे। इसी तरह 11 नंबर एजेंडे में नई स्टाफ रेशो के तहत अधीक्षक के स्वीकृत 34 पदों को घटाकर 28 करने की बात कही गई है। यह दोनों एजेंडे कर्मचारियों के खिलाफ हैं। कुंटिया महासचिव यशपाल सैनी ने कहा कि इससे कर्मचारियों में विवि प्रशासन के खिलाफ रोष है। उन्होंने इन दोनों एजेंडों को वापस लेने की मांग करते हुए कुलपति डा. नीता खन्ना से मुलाकात की है। इसके साथ ही उन्हें एक मांग पत्र भी सौंपा गया है। पूर्व कुंटिया अध्यक्ष सुनील कक्कड़ ने कहा कि शिक्षक संघ से जुड़े एक पूर्व पदाधिकारी की शह पर विवि प्रशासन ने गैर शिक्षक कर्मचारियों को हाउस अलाटमेंट कमेटी से बाहर किया है। इसके बाद उन्होंने गैर शिक्षक कर्मचारियों को डी टाइप मकानों की अलॉटमेंट से दूर कर दिया। यह गैर शिक्षक कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़ है। पूर्व प्रधान रामकुमार गुर्जर, पूर्व महासचिव भारत भूषण, रविद्र तोमर और संत कुमार ने भी कर्मचारियों से अपने हितों को लेकर संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। बैठक में सतीश शर्मा, सुरेंद्र, तेजा सिंह, राजबीर मलिक, जसपाल सैनी, संदीप सांगवान, जगदीश खनौदा, संजय राठी व जोनी शर्मा मौजूद रहे।


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