स्वच्छता सर्वेक्षण के फीडबैक में ही नप फेल, डीसी खुद मैदान में उतरे
शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों को लेकर डीसी ने अधिकारियों को फटकारा। उन्होंने इसकी कमान खुद संभाली। शहर में साफ-सफाई के लिए 450 सफाईकर्मी लगाए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर सुस्ताई नगरपरिषद परिषद की डीसी के आने पर नींद टूटी। शहर की सफाई व्यवस्था के संसाधनों की नप अधिकारियों से फीडबैक ली तो सब फेल मिले। शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों को लेकर डीसी ने अधिकारियों को फटकारा। उन्होंने इसकी कमान खुद संभाली। शहर में साफ-सफाई के लिए 450 सफाईकर्मी लगाए और अधिकारियों की टीम बनाकर जिम्मेदारी सौंपी। दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में नप को सफाई की हकीकत दिखाई थी।
जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने सोमवार को केडीबी कार्यालय में नगरपरिषद अधिकारियों की बैठक ली। उनको स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थानेसर नगर परिषद के साथ-साथ ईस्माइलाइबाद, लाडवा, पिहोवा और शाहाबाद नगरपालिका का स्वच्छता सर्वेक्षण जल्द ही होगा। शहर और चारों नगरपालिकाओं में स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छ और सुंदर बनाया जाना है। इसमें लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। धर्मनगरी के नाम के साथ सफाई भी रखें
डीसी ने थानेसर शहर की सफाई व्यवस्था के संसाधनों का फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। अधिकारियों की अनदेखी शहर के लिए ठीक नहीं है। कुरुक्षेत्र पूरे विश्व में एक पर्यटन और धर्मनगरी के रूप में प्रसिद्ध है और यहां स्वच्छता से दूर भागा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव, अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव, सूर्यग्रहण मेला, सोमवती अमावस्या के साथ-साथ अन्य बड़ कार्यक्रमों वीवीआइपी और वीआइपी पहुंचते हैं। ऐसे में स्वच्छता जरूरी है। पिपली से लेकर थर्ड गेट और शहर सेक्टरों में फॉक्स
डीसी ने कहा कि नगर परिषद अधिकारी शहर को स्वच्छ बनाने के लिए योजना बनाएं। पिपली से लेकर थर्ड गेट, शहर और सेक्टरों में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करें। नप सचिव केएल बठला ने कहा कि शहर के वार्डों को स्वच्छ बनाने के लिए नप के 450 कर्मियों को थर्ड गेट से लेकर पिपली तक ड्यूटी लगाई है। सेक्टरों में सफाई व्यवस्था करने के लिए 50 सफाईकर्मी लगाए हैं। सफाई व्यवस्था के लिए 4 टीमें लगाई गई है। इनमें एक्सइएन, सीएसआइ, एसआइ और अन्य कर्मचारियों को शामिल किया गया है। इसके साथ शौचालयों का रख-रखाव किया जाएगा।