एक माह पहले बिजली के तारों की चपेट में आई बच्ची की मौत
संवाद सहयोगी, पिपली : थाना सदर के किशनपुरा गांव में हाईटेंशन तार की चपेट में एक महीना
संवाद सहयोगी, पिपली : थाना सदर के किशनपुरा गांव में हाईटेंशन तार की चपेट में एक महीना पहले आई बच्ची की मौत हो गई, जबकि उसके साथ ही घायल हुई एक अन्य किशोरी का अभी इलाज चल रहा है। मृतक बच्ची के पिता जोगिंद्र ने बताया कि 15 अगस्त को भतीजी सपना उसकी 15 माह की बेटी लक्ष्मी को साथ लेकर कपड़े उतारने के लिए छत पर गई थीं। इस दौरान छत से गुजर रही 33 केवी हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई थी। इससे दोनों बुरी तरह झुलस गई। लक्ष्मी और सपना को एलएनजेपी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए चंडीगढ़ के पीजीआइ रेफर कर दिया था। 15 अगस्त से लक्ष्मी और सपना का इलाज चल रहा था। जोगिंद्र ने बताया कि उपचार के दौरान 16 सितंबर को लक्ष्मी की मौत हो गई थी, जबकि सपना अभी भी पीजीआइ में उपचाराधीन है। जोगिंद्र ने बताया कि कई वर्ष पहले उन्होंने किशनपुरा गांव की एक कालोनी में मकान बनाया था। उनका राशन कार्ड भी उसी मकान के पते पर बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि हाईटेंशन तारों को उन घरों की छतों से हटाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। जोगिंद्र ने आरोप लगाया कि थाना सदर के एक पुलिस कर्मचारी ने शव देने के नाम पर उनसे खाली कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए हैं।
इस बारे में बिजली निगम के उपमंडल अधिकारी कृष्ण दलाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस हादसे के पीछे बिजली निगम की कोई जिम्मेदारी नहीं है। लोगों ने 33 केवी लाइन खींचने के बाद उसके नीचे मकान बनाए हैं, इसलिए खुद ही लोग इसके लिए दोषी हैं।