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विद्यार्थियों को पेशेवर कुशल बनाना जरूरी : कुमार

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. नरेश कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों को आधुनिक समय के हिसाब से पेशेवर कुशल बनाना होगा। विद्यार्थी को आधुनिक युग के उद्योगों के हिसाब से तैयार करना एक शिक्षक की जिम्मेदारी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 12:26 AM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 12:26 AM (IST)
विद्यार्थियों को पेशेवर कुशल बनाना जरूरी : कुमार
विद्यार्थियों को पेशेवर कुशल बनाना जरूरी : कुमार

- कुवि के जियोलाजी विभाग में विशिष्ट व्याख्यान आयोजित जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. नरेश कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों को आधुनिक समय के हिसाब से पेशेवर कुशल बनाना होगा। विद्यार्थी को आधुनिक युग के उद्योगों के हिसाब से तैयार करना एक शिक्षक की जिम्मेदारी है। इसी उद्देश्य को लेकर जियोलाजी विभाग की ओर से विशेषज्ञों के व्याख्यान करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम और उद्योगों में समन्वय बनाने के लिए ही विभाग ने एक कड़ी की शुरुआत की है, इसके अंतर्गत शनिवार को जर्मनी में साफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत गौरव कुमार का एक व्याख्यान करवाया गया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए जर्मनी के विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने की प्रक्रिया के बारे में बताना, वहां पर रोजगार की संभावनाओं की जानकारी देना रहा। साफ्टवेयर इंजीनियर गौरव कुमार ने बताया कि जर्मनी में जियोलाजी के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।

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इसी कड़ी में दूसरा व्याख्यान विभाग के पूर्व छात्र डा. विक्रम प्रताप सिंह कि ओर से दिया गया। वह बीरबल साहनी इंस्टिट्यूट आफ पैलियोसाइंसेस लखनऊ में कार्यरत हैं। उन्होंने अपने व्याख्यान में पेट्रोलियम व नेचुरल गैस के संबंध में चर्चा की व विद्यार्थियों को पेट्रोलियम व नेचुरल गैस से संबंधित कंपनियों में नौकरियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भविष्य में इंधन से संबंधित शोध पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। इंधन आधुनिक युग की अति आवश्यक जरूरत है। इंधन के बिना कोई भी देश उन्नति नहीं कर सकता है। जियोलाजी से जुड़े हुए विद्यार्थी इस क्षेत्र में आसानी से रोजगार पा सकते हैं, जिससे न सिर्फ उनकी बल्कि राष्ट्र की उन्नति भी निर्धारित है। उन्होंने बताया कि तीसरे व्याख्यान में विभाग के शिक्षक यशपाल ने जियोफिजिक्स विभाग के डा. सुशील कुमार के सहयोग से विद्यार्थियों को स्किल डेवलपमेंट एक्टिविटी के बारे में बताया। इस व्याख्यान में विद्यार्थियों को जियोफिजिकल प्रोस्पेक्टिग का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में विद्यार्थियों ने धरती के नीचे पानी का पता लगाने की विधि के बारे में सीखा। इन व्याख्यानों में डा. ओम प्रकाश, डा. सतीश कुमार, पर्यंत अश्वनी, स्वाति राणा व सरिता मान भी शामिल रहे।


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