कमांडो सामने आए तो मनोहर बोले, हमारे और जनता के बीच से हट जाओ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सुबह हिसार से चले तो शाम कुरुक्षेत्र में की। थानेसर के का घेर में विधायक सुभाष सुधा ने जनसभा रखी थी। जैसे ही वे मंच पर पहुंचे तो मंच से उनका सम्मान करने वालों की लाइन लग गई। सीएम ने समय की उपलब्धता को भांपते हुए सम्मान की रस्म रोकनी चाही लेकिन मंच संभाल रहे कार्यकर्ता फतेह चंद गांधी का ध्यान उनकी तरफ नहीं गया।
पंकज आत्रेय, कुरुक्षेत्र
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सुबह हिसार से चले तो शाम कुरुक्षेत्र में की। थानेसर के कच्चा घेर में विधायक सुभाष सुधा ने जनसभा रखी थी। जैसे ही वे मंच पर पहुंचे तो मंच से उनका सम्मान करने वालों की लाइन लग गई। सीएम ने समय की उपलब्धता को भांपते हुए सम्मान की रस्म रोकनी चाही, लेकिन मंच संभाल रहे कार्यकर्ता फतेह चंद गांधी का ध्यान उनकी तरफ नहीं गया। मनोहर को गुस्सा आ गया और वे खुद कुर्सी छोड़कर माइक पर पहुंचे और गांधी को घोषणा करने से रोका। इसके बाद जब जिला प्रधान धर्मवीर मिर्जापुर और विधायक सुभाष सुधा ही बोले। फिर सीधे मुख्यमंत्री ने माइक थाम लिया। जैसे ही बोलना शुरु किया तो सामने उनकी सिक्योरिटी के कमांडो आ खड़े हुए। उन्होंने उन्हें हटाते हुए कहा, सामने से हट जाओ। हमारे और जनता के बीच में कोई नहीं आना चाहिए। यह न्याय का स्थान कुरुक्षेत्र है और यहां आकर मुझे प्रेरणा मिलती है। बॉक्स
अफसर आचार सहिता में मस्त
मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए कहा, जिस भी घर में सिलेंडर नहीं पहुंचा हैं उनकी सूचना देने वाले को इनाम दिया जाएगा। अफसर गौर नहीं करेंगे, क्योंकि वे आचार संहिता में मस्त हैं। वे आचार संहिता का बहाना बना सकते हैं, लेकिन यह नहीं चलेगा। अगर किसी को सिलेंडर नहीं मिला तो अपने विधायक सुभाष सुधा के घर से उठा ले जाना। इस दौरान सीएम कुछ घोषणा भी कर गए। उन्होंने कहा कि अगले पांच में प्रदेश में सरकार सभी 14 हजार तालाबों को ठीक करेगी। व्यापारियों के लिए कुछ योजनाएं बनाई हैं, वह लागू करेंगे। वाहे गुरूजी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह
संवाद सहयोगी, पिहोवा: सीएम मनोहर लाल ने कहा कि भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता पांच साल पहले सत्ता में आए पीएम मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं, लेकिन किसी कांग्रेसी में इतनी हिम्मत नहीं वो राहुल गांधी के नाम पर वोट मांग सके। राहुल की उपलब्धि केवल गांधी परिवार में पैदा होना है। सीएम हलके का कार्यभार देख रहे लीगल संयोजक धुम्मन सिंह किरमच की देखरेख में एक पैलेस में हुए कार्यक्रम में बोल रहे थे। हालांकि प्रत्याशी नायब सिंह सैनी अपने दौरों में व्यस्त होने के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। सिखों की सीट होने के नाते सीएम ने वाहे गुरूजी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह के साथ संबोधन शुरू किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से माफी मांगते हुए कहा पिछली बार पार्टी ने प्रत्याशी पहचानने में गलती कर दी और ऐसे व्यक्ति को टिकट चला गया। इसने पार्टी के साथ धोखा किया, लेकिन इस बार सोच समझकर नायब सैनी को पार्टी ने उतारा है। खराब साउंड पर इशारों से चली तालियां
उधर, साऊंड सिस्टम में गड़बड़ होने के कारण कार्यकर्ता अच्छी तरह से सीएम को सुन नहीं पा। जिसके बाद धुम्मन सिंह किरमच व ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष लाडीपाल ने मोर्चा संभाला। दोनों ऊपर से कार्यकर्ताओं को ताली बजाने और हाथ उठाकर समर्थन करते रहे और कार्यकर्ता बिना आवाज सुनें दोनों नेताओं को देख हाथ हिलाते रहे।