विजिलेंस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने 39 वर्ष बाद एनआइटी में आकर विद्यार्थी जीवन की यादों को किया ताजा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हिमाचल पुलिस बैंड के शो में बतौर विशिष्ट रहे हरियाणा विजिलेंस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर सोमवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (तत्कालीन क्षेत्रीय इंजीनियरिग कालेज कुरुक्षेत्र) स्थित अपने छात्रावास में पहुंचे।
-पढ़ाई के पूरी करने के 39 साल बाद सीधे अपने छात्रावास पहुंचे प्रदेश के विजिलेंस महानिदेशक जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हिमाचल पुलिस बैंड के शो में बतौर विशिष्ट रहे हरियाणा विजिलेंस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर सोमवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (तत्कालीन क्षेत्रीय इंजीनियरिग कालेज कुरुक्षेत्र) स्थित अपने छात्रावास में पहुंचे। वे यहां अपनी पढ़ाई पूरी करने के 39 साल बाद आए थे और सबसे पहले अपने छात्रावास और कालेज में पहुंचे। उन्होंने यहां अपनी यादों को ताजा किया और दोनों समय की पढ़ाई के अंतर पर भी विस्तार से बात की। उनके जेहन में आज भी अपने छात्र जीवन की यादें ताजा है।
उन्होंने कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि कालेज और कक्षा में पहुंचकर ही सही पढ़ाई हो सकती है। वे सुबह ही अपनी कक्षाओं में पहुंच जाते थे और थ्योरी के बाद प्रैक्टिकल करते थे। उस समय मोबाइल नहीं हुआ करते थे। वे पूरा दिन किताबों में लगे रहते थे। आज विज्ञान के तरक्की करने के बाद लोगों को बहुत कुछ मिल रहा है। धरोहर संग्रहालय का अवलोकन करते हुए कहा कि कुवि ने प्रदेश की कला एवं संस्कृति को नए आयाम देने का कार्य किया है। आज इस धरोहर संग्रहालय को देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। इससे युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति व इतिहास से रूबरू होने का मौका मिल रहा है।
कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुवि प्रदेश का सबसे श्रेष्ठ विश्वविद्यालय है। राष्ट्रीय स्तर पर इस विवि की गिनती देश के श्रेष्ठ आठ राज्य विवि में होती है। कुवि की देश व दुनिया में अपनी एक पहचान है। इस मौके पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो. बीवी रमना रेड्डी व पंजाब इंजीनियरिग कालेज चंडीगढ के निदेशक प्रो. बलदेव सेतिया, कुवि कुलपति की धर्मपत्नी डा. ममता सचदेवा, कुलसचिव डा. संजीव शर्मा और उनकी धर्मपत्नी सुमिता शर्मा व डा. विवेक चावला मौजूद रहे।