संत शिरोमणि नामदेव की 750वीं जयंती पर किया हवन
संत शिरोमणि नामदेव छिम्बा समाज सभा की ओर से रविवार को पार्वती विहार स्थित संत नामदेव मंदिर में 26वां वार्षिक महोत्सव मनाया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : संत शिरोमणि नामदेव छिम्बा समाज सभा की ओर से रविवार को पार्वती विहार स्थित संत नामदेव मंदिर में 26वां वार्षिक महोत्सव मनाया। सभा के मुख्य सलाहकार मास्टर बिमल कुमार ने बताया कि संत नामदेव की 750वीं जयंती के उपलक्ष्य में हवन, ध्वजारोहण, भजन-कीर्तन व भंडारा लगाया गया। जिसमें प्रधान अशोक कुमार हवन के मुख्य यजमान रहे। लाला ओम प्रकाश खुरपा ने ध्वजारोहण किया। मैनेजर अशोक चहल ने ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नवनीत महेश एंड पार्टी ने संत नामदेव का गुणगान किया।
मास्टर बिमल कुमार ने कहा कि संत नामदेव ने अपनी भक्तिगाथा में जहां-जहां बीठल, बिट्ठल, श्रीरंगा, श्रीराम व हरि आदि नाम लिए हैं, वे सब उसी एक परमपिता परमेश्वर की ओर संकेत करते हैं। उन्होंने कहा कि परमेश्वर का अंतर में साक्षात्कार करने के बाद संत नामदेव ने एक पेड़ के नीचे बैठ कर अपने खाने के लिए चपातियां निकाली। चपातियों को एक तरफ रखकर उन्हें चुपड़ने के लिए छोटे बर्तन से घी निकालने लगे। उसी समय एक कुत्ता आया और सभी चपातियां मुह में लेकर भागने लगा। घी के पात्र को हाथ में लेकर नामदेव पीछे दौड़ते हुए बोले कि रूखी रोटियां मत खाओ, मुझे उन्हें चुपड़ने दो। इस घटनाक्रम का निष्कर्ष यह है कि आध्यात्मिकता की अवस्था से ऊपर उठना ही परमात्मा का अनुभव प्रदान करता है और परमात्मा का अनुभव इतना पूर्ण होने लगता है कि परमेश्वर स्वयं ही साक्षात्कार होने लगते है। उन्होंने कहा कि हमें संत नामदेव के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सभी प्राणियों को एक समान समझकर आदर करना चाहिए। इस मौके पर उपाध्यक्ष बलजीत सिंह खुरपा, राजेंद्र पाल खरींडवा, रामनाथ, महेंद्र तौकी, वीरभान, लालचंद, सतीश, मोहित, तरुण वर्मा, विनोद, संजीव, पूर्णचंद और पंकज मौजूद रहे।