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परीक्षा परिणाम घोषित कराने के लिए भावी चिकित्सक उतरे हड़ताल की राह पर

श्रीभगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा बीएएमएस परीक्षा परिणाम जारी करने में लेटलतीफी करने पर बुधवार को भावी चिकित्सकों का गुस्सा फूट गया और वे हड़ताल पर बैठ गए। बीएएमएस और डी-फार्मा विद्यार्थी कक्षाओं में नहीं और आयुर्वेदिक अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 01:29 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 01:29 AM (IST)
परीक्षा परिणाम घोषित कराने के लिए भावी चिकित्सक उतरे हड़ताल की राह पर
परीक्षा परिणाम घोषित कराने के लिए भावी चिकित्सक उतरे हड़ताल की राह पर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीभगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा बीएएमएस परीक्षा परिणाम जारी करने में लेटलतीफी करने पर बुधवार को भावी चिकित्सकों का गुस्सा फूट गया और वे हड़ताल पर बैठ गए। बीएएमएस और डी-फार्मा विद्यार्थी कक्षाओं में नहीं और आयुर्वेदिक अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए। शाम को विद्यार्थियों ने कुलपति कार्यालय पर नारेबाजी की। उसमें रोहतक के गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेदिक कॉलेज के कई विद्यार्थी भी शामिल हुए और धरने में शामिल हो गए। विद्यार्थियों के मुताबिक पूरे दिन धरने पर बैठने के बावजूद न तो कॉलेज और न ही आयुष विभाग का कोई अधिकारी उनको आश्वासन देने पहुंचे।

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डॉ. अमित, सुमित, राजन आदि ने बताया कि पहले तो समय पर परीक्षाएं नहीं होतीं और फिर परीक्षा होने के बाद परिणाम पांच-पांच महीने बाद भी जारी नहीं किया जा रहा। इससे पूरे प्रदेश के आयुर्वेद और डी-फार्मा के विद्यार्थी जूझ रहे हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि हर साल उनकी डिग्री निर्धारित समय से छह से सात महीने देरी से पूरी हो रही है। इससे विद्यार्थियों का पूरा एक साल खराब हो जाता है। विद्यार्थियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक वे हड़ताल खत्म करने वाले नहीं है। शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों की इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि रोहतक मेडिकल विश्वविद्यालय लेटलतीफी कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।

धरना स्थल पर रात तक गूंजे देश भक्ति के गीत

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कॉलेज के विद्यार्थी देर रात तक धरना पर ही डटे रहे और धरना स्थल पर देश भक्ति के गाने गूंजते रहे। विद्यार्थी न तो अपने घर गए और न ही हॉस्टल। हालांकि छात्राएं सुरक्षा के मद्देनजर अपने हॉस्टल लौट गई। मगर छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर ही डटे रहे। ¨प्रसिपल ने बुलाई शिक्षकों की बैठक

विद्यार्थियों के अटल रवैये को देखते हुए श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज के अधिकारियों की ¨चताएं बढ़ गई और कॉलेज ¨प्रसिपल डॉ. ऊषा दत्त ने शिक्षकों की आपात बैठक बुलाई। रात्रि आठ बजे तक बैठक चलती रही, जिसमें शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को हड़ताल खत्म करने के लिए समझाने के लिए कहा गया। मगर कई शिक्षकों ने हाथ खड़े करते हुए कह दिया कि विद्यार्थियों की मांगे मानना उनके हाथ में नहीं है।

कंट्रोलर को हटाया जाना चाहिए : डॉ. अशोक राणा

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श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कॉलेज शिक्षक संगठन के अध्यक्ष डॉ. अशोक राणा ने कहा कि विद्यार्थियों की मांग गलत नहीं है, लेकिन उसका हल शिक्षकों या आयुष विश्वविद्यालय कुलपति के पास नहीं है। अगर कॉलेज प्राचार्या समय रहते विद्यार्थियों की समस्या पर उच्चाधिकारियों से बात करे तो बच्चों को इस तरह के कदम उठाने से रोका जा सकता है। इस मामले में सरकार व एसीएस को हस्तक्षेप करके श्रीभगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजूएट मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति को तुरंत प्रभाव से परीक्षा परिणाम घोषित करने की हिदायत देनी चाहिए। इसके अलावा पांच-पांच महीने भावी चिकित्सकों के परीक्षा परिणाम लटकाने के लिए कंट्रोलर पर कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें हटा देना चाहिए। --------

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सरकार को विद्यार्थियों की समस्याओं के बारे में लिखा जाएगा पत्र, प्राचार्या से मांगा जवाब श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. कृष्ण जाटियान ने बताया कि विद्यार्थियों से जुड़ी इस समस्या के बारे में सरकार को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही कॉलेज ¨प्रसिपल को आदेश दिए गए हैं वे खुद रोहतक जाकर परीक्षा परिणाम में हो रही लेटलतीफी की समस्या को हल कराएं।


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