परिवार पहचान पत्र बनाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य : सुधा
परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके माध्यम से हर पात्र परिवार को सभी सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ मिलेगा। सरकार अंत्योदय की भावना से यह योजना लेकर आई है इसलिए सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभागों की स्कीमों व सेवाओं को इस योजना से जोड़ना सुनिश्चित करेंगे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके माध्यम से हर पात्र परिवार को सभी सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ मिलेगा। सरकार अंत्योदय की भावना से यह योजना लेकर आई है, इसलिए सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभागों की स्कीमों व सेवाओं को इस योजना से जोड़ना सुनिश्चित करेंगे।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि परिवार पहचान पत्र बनाने की ऐसी योजना बनाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। अभी तक इस योजना को देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी शुरू नहीं किया गया है। यह सरकार की फ्लैगशिप योजना है, जिससे सरकार उन पात्र परिवारों तक पहुंचेगी, जो सरकारी योजना का लाभ पाने के असल हकदार हैं और उन्होंने अभी तक उनका लाभ नहीं लिया है। एडमिशन में पीपीपी लागू होने से ही मिला तत्काल लाभ इसका तत्काल लाभ मिला है। एडमिशन से पीपीपी को जोड़ने के बाद विद्यार्थियों का डाटा आटोमेटिक वैरिफाई हो गया। इससे 15 मिनट का काम महज पांच मिनट में पूरा हो गया और विद्यार्थियों को वैरिफिकेशन के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ रहा है।
पीपीपी से योजनाओं का लाभ लेने वालों का लगेगा पता
विधायक सुभाष ने कहा कि पीपीपी के शुरू होने से यह आसानी से पता चल जाएगा कि कौन व्यक्ति या परिवार किस योजना का लाभ लेने का पात्र है और किसे इन योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। कई बार ऐसे लोग योजनाओं का लाभ ले रहे होते है, जो उसके असल हकदार नहीं होते। सरकारी योजनाओं का लाभ अब स्मार्ट कार्ड से मिलेगा। कार्ड को पीपीपी से जोड़ा जाएगा। अभी आयुष्मान भारत, सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना व पेंशन स्कीम को स्मार्ट कार्ड से जोड़ा जा रहा है।