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ब्रह्मासरोवर के तट पर गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड का प्रयास शुरू

धर्मनगरी से विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए गीनिज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने का प्रयास शुरू हो गया है। इसके लिए शनिवार को अधिकारिक पहल करते हुए पोलिथिन की गणना शुरू की गई है। इन्हीं पोलिथिन की मदद से कछुए का स्ट्रक्चर तैयार किया जाना है जो लोगों को पर्यावरण जागरूकता का संदेश देगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 06:40 AM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 06:40 AM (IST)
ब्रह्मासरोवर के तट पर गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड का प्रयास शुरू
ब्रह्मासरोवर के तट पर गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड का प्रयास शुरू

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी से विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए गीनिज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने का प्रयास शुरू हो गया है। इसके लिए शनिवार को अधिकारिक पहल करते हुए पोलिथिन की गणना शुरू की गई है। इन्हीं पोलिथिन की मदद से कछुए का स्ट्रक्चर तैयार किया जाना है जो लोगों को पर्यावरण जागरूकता का संदेश देगा। इसके लिए पर्यावरण प्रेमियों ने 90 हजार के लगभग पोलिथिन जुटाए हैं। नियमानुसार शुरू हुई पोलिथिन की गणना

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पोलिथिन की गणना का काम शनिवार की सुबह नियमानुसार शुरू किया गया है। इसके लिए गीनिज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड की ओर से अधिकारियों ने कुछ मानक तय किए थे। उन्हीं मानकों को ध्यान में रखते हुए शनिवार को अधिकारियों की निगरानी में पोलिथिन की गणना शुरू की गई है। इस पूरी कार्रवाई की निरंतर वीडियो ग्राफी भी करवाई गई है। पोलिथिन की गणना के लिए 12 प्वाइंट बनाए गए और इन प्वांइटों पर हर चार घंटे बाद स्टाफ को बदला गया है। 12 नवंबर को लोहे के स्ट्रक्चर पर लपेटे जाएंगे पोलिथिन

इन्हीं 90 हजार के लगभग पोलिथिन को लोहे से तैयार किए गए कछुए के स्ट्रक्चर पर लपेटा जाएगा। 14 फुट ऊंचा और 24 फुट लंबे इस कछुए की आकृति की ब्रह्मासरोवर की पूर्वी किनारे पर बने महिला घाट उर्वशी घाट की छत पर स्थापित किया जाएगा। इसे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और सूर्य ग्रहण मेले में शामिल होने वाले लाखों लोग देखेंगे। डॉ. ऋतू शर्मा की सोच को सच बनाने में जुटी टीम

जिला सूचना एवं विज्ञान केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों और सक्षम युवाओं ने पिछले कई माह के प्रयास से इन पोलिथिन को एकत्रित किया है। इसके लिए पर्यावरणविद डॉ. ऋतू शर्मा ने प्रयास शुरू किए थे। इस टीम के सामने हुई गणना

जिला सूचना एवं विज्ञान केंद्र अधिकारी विनोद सिगला ने बताया कि पोलिथिन की गणना के लिए समाज कल्याण विभाग से अनुभाग अधिकारी विकास कोहली, जिला शिक्षा अधिकारी अंबाला से अनुभाग अधिकारी पवन कुमार, काडा से लेखाधिकारी रघुबीर और सीए श्रवण कौशिक उपस्थित रहे।


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