सरकार की पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड ऋण योजना फाइलों में सिमटी
पिपली। प्रदेश सरकार ने भले ही पशुधन किसान क्रेडिट योजना लागू करके किसानों व दुधारु पशुपालकों की आय को दोगुना करने के लिए ऋण देने के दावे किए गए।
संवाद सहयोगी, पिपली : प्रदेश सरकार ने भले ही पशुधन किसान क्रेडिट योजना लागू करके किसानों व दुधारु पशुपालकों की आय को दोगुना करने के लिए ऋण देने के दावे किए गए, लेकिन बैंकों के नकारात्मक रवैये के कारण सरकार के यह योजना फाइलों में ही दफन होती जा रही है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से जिले में 30,000 हजार लोगों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया था। बैंकों की मनमर्जी व नकारात्मक रवैये के कारण सरकार यह योजना केवल योजना फाइलों में ही सिमटती नजर आ रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र कार्डधारक संबंधित बैंकों की परिक्रमा करने में लगे हुए है, लेकिन बैंकों की मनमर्जी के चलते उनको निराशा ही नजर आ रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि संबंधित बैंकों की ओर से उनको पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण देने के लिए कोई भाव नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण सरकार की किसानों एवं पशुपालकों की आय दोगुनी करने वाली यह योजना केवल फाइलों में धूल फांकती नजर आ रही हैं।
केवल कागजों में ही घोषणाएं कर रही भाजपा सरकार : मेवा सिंह लाडवा से कांग्रेसी विधायक मेवा सिंह का कहना है कि भाजपा सरकार केवल कागजों में ही घोषणाएं करती है। सरकार की ओर से की गई घोषणाएं धरातल से कोसों दूर है। सरकार ऐसी खोखली घोषणाएं करके गरीब, मजदूर, किसान को न केवल गुमराह कर रही है, बल्कि उनका मजाक उड़ा रही है। ऐसे में इस मामले को आगामी विधानसभा सत्र में उठाने का काम करेंगे, ताकि जनता को सरकार की खोखली नीतियों का पता चल सके।