विद्यार्थियों की पहली पसंद बने सरकारी कालेज
प्राइवेट की बजाय सरकारी कालेज विद्यार्थियों की पहली पसंद बने हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्राइवेट की बजाय सरकारी कालेज विद्यार्थियों की पहली पसंद बने हैं। उच्चत्तर शिक्षा निदेशालय की ओर से
बीए प्रथम वर्ष में दाखिलों के लिए ओपन काउंसलिग का मौका देते हुए मंगलवार तक राजकीय कन्या महाविद्यालय की आर्ट्स विषय की सभी 160 सीटें भर गई हैं। इसके दूसरी तरफ कई प्राइवेट कालेजों में अभी सीटें खाली हैं। राजकीय कालेज सीटें भरने के बाद भी दाखिले के लिए आवेदक पहुंचने पर अब कालेज की ओर से सीटें बढ़ाने की मांग की गई हैं।
जिला भर के 14 कालेजों में 8600 के करीब सीटें हैं। इन्हीं कालेजों में दाखिलों के लिए आवेदकों की पहली पसंद
शहरी कालेज रहे हैं। इसके बाद आवेदकों को ज्यादा रुझान राजकीय कालेजों की ओर रहा है। आवेदकों के इसी रुझान के चलते मंगलवार को राजकीय कन्या कालेज पलवल की आर्ट्स विषय की सभी 160 सीटें फुल हो गई हैं।
इसके दूसरी ओर कई प्राइवेट कालेजों की ओर से विद्यार्थियों को कई तरह के लालच दिए जा रहे हैं। कई तरह की सुविधाओं के लालच के बाद भी उनकी सीटें नहीं भर पा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कई प्राइवेट कालेज तो ऐसे में जिनमें अभी तक 30 फीसद तक सीटें ही भर पाई हैं।
आज आखिरी दिन
हालांकि कालेजों के पास सीटें भरने के लिए पांच नवंबर तक का मौका है। इससे पहले ही राजकीय कन्या कालेज में आर्ट्स की सभी 160 सीटों पर कामर्स की 160 सीटों में से 112 और साइंस की 20 सीटों में से 15 पर दाखिले हो गए हैं। कालेज में पहली मेरिट सूची में ही 340 में से 225 सीटें भर गई थी।
विवि प्रशासन को लिखा पत्र
कालेज की कार्यवाहक प्राचार्या डा. मीनाक्षी ने कहा कि उनके कालेज में आर्ट्स की सभी 160 सीटें भर गई हैं। ऐसे में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को सीटें बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। उन्हें उम्मीद है कि विवि प्रशासन की ओर 10 सीटें बढ़ा दी जाएंगी। इसके अलावा उन्होंने इतिहास और राजीनितक शास्त्र के कंबिनेशन की सीटें बढ़ाने की मांग की है।