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गीता व्यक्ति को समाज से जोड़ने का महान ग्रंथ है : मिश्र

योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के माध्यम से भारतीय समाज के दर्शन की पुनस्र्थापना की। गीता ज्ञान का ऐसा दिव्य स्त्रोत है जो स्वयं व्यक्ति से मैत्री का संदेश देता है। यह एक ऐसा मनोवैज्ञानिक संवाद है जो अवसाद से घिरे मनुष्य को उबारने का काम करता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Dec 2021 12:51 AM (IST)Updated: Sun, 19 Dec 2021 12:51 AM (IST)
गीता व्यक्ति को समाज से जोड़ने का महान ग्रंथ है : मिश्र
गीता व्यक्ति को समाज से जोड़ने का महान ग्रंथ है : मिश्र

संवाद सहयोगी, पिहोवा : योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के माध्यम से भारतीय समाज के दर्शन की पुनस्र्थापना की। गीता ज्ञान का ऐसा दिव्य स्त्रोत है, जो स्वयं व्यक्ति से मैत्री का संदेश देता है। यह एक ऐसा मनोवैज्ञानिक संवाद है, जो अवसाद से घिरे मनुष्य को उबारने का काम करता है। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. प्रकाश मिश्र ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के उपलक्ष्य में संत इसर सिंह अकादमी, पिहोवा में गीता की शिक्षाओं विषय पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।

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डा. प्रकाश मिश्र ने अकादमी ने कहा कि गीता व्यक्ति को समाज से जोड़ने का महान ग्रंथ है। गीता में सृष्टि उत्पत्ति, जीव विकास क्रम, हिदू संदेशवाहक क्रम, मानव उत्पत्ति, योग, धर्म-कर्म, ईश्वर, भगवान, देवी-देवता, उपासना, प्रार्थना, यम-नियम, राजनीति, युद्ध, मोक्ष, अंतरिक्ष, आकाश, धरती, संस्कार, वंश, कुल, नीति, अर्थ, पूर्व जन्म, जीवन प्रबंधन, राष्ट्र निर्माण, आत्मा, कर्म-सिद्धांत, त्रिगुण की संकल्पना, सभी प्राणियों में मैत्री भाव आदि समस्त विषयों का ज्ञान विद्यमान है। उन्होंने कहा कि गीता योगेश्वर श्रीकृष्ण की वाणी है। इसके प्रत्येक श्लोक में ज्ञानरूपी प्रकाश है। जिसके प्रस्फुटित होते ही अज्ञान का अंधकार नष्ट हो जाता है। ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गई है। इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परम पद का अधिकारी बन जाता है।

शनि मंदिर के स्थापना दिवस पर किया हवन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सन्निहित सरोवर स्थित श्री दुख निवारण शनि देव मंदिर के 11वें स्थापना दिवस पर हवन किया गया। मुख्य यजमान राजेश शर्मा व सीमा शर्मा सहित शनि भक्तों ने हवन में आहुति डालकर सुख-शांति की कामना की।

दुखभंजन मंदिर के पुजारी सुशील शास्त्री व संतोष तिवारी ने मंत्रोच्चारण किया। शनि भक्तों द्वारा विशाल भंडारा लगाया। साधु-संतों व शहर के लोगों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। समाजसेवी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्थापना दिवस पर हवन कर भंडारा लगाया गया। इस मौके पर विशाल गुप्ता, सन्नी, अमित सगवाल, गौरव कवातरा, कुलवंत सिंह भट्टी, नीरज अरोड़ा, सोनिया वोहरा, आरती वोहरा, राघव अरोडा, राज कुमार गेरा व पूर्ण चंद मौजूद रहे।


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