टिपर चालक हड़ताल पर, कूड़ा उठान की स्थिति बिगड़ी
कूड़ा उठान की समस्या मंगलवार को और बिगड़ गई। शहर में घर-घर से उठान करने वाले टिपर चालक और परिचालक तीन माह से वेतन नहीं मिलने से गुस्सा कर हड़ताल पर चले गए। कर्मचारी पहले तो उपायुक्त मुकुल कुमार से मिले और फिर नप कार्यकारी अधिकारी बलबीर रोहिला उन्हें मनाने पहुंचे।
फोटो संख्या : 24 -3 माह से वेतन नहीं मिला
-61 टिपरों पर तैनात है चालक व परिचालक
-200 टन कूड़े से अटा है शहर
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कूड़ा उठान की समस्या मंगलवार को और बिगड़ गई। शहर में घर-घर से उठान करने वाले टिपर चालक और परिचालक तीन माह से वेतन नहीं मिलने से गुस्सा कर हड़ताल पर चले गए। कर्मचारी पहले तो उपायुक्त मुकुल कुमार से मिले और फिर नप कार्यकारी अधिकारी बलबीर रोहिला उन्हें मनाने पहुंचे। कर्मचारियों ने वेतन मिलने के बाद काम पर लौटने की बात कह दी। वहीं दूसरी ओर थानेसर नगर परिषद के सामने इन कर्मचारियों को वेतन देने की समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल जिस कंपनी के पास पहले शहर से घर-घर उठान का ठेका था उस एजेंसी मालिक पर केस दर्ज हो गया है। ऐसे में नप ने इस ठेके को आगे नहीं बढ़ाया। अब दूसरी कंपनी से बात करके बिल जमा कराने की बात की है, ताकि उठान की समस्या का समाधान किया जा सके। बारिश से डंपिग साइट पर जलभराव
चार दिन बारिश होने की वजह से डंपिग साइट पर जलभराव हो गया था। बारिश की वजह से न तो घर-घर से कूड़ा उठान हो सका और डंपिग साइट पर जलभराव होने की वजह से कूड़ा डंपिग साइट तक नहीं पहुंच पाया। इसकी वजह से शहर में 200 टन गंदगी से अटा हुआ है। शहर में मंगलवार को भी सफाई व्यवस्था चौपट रही। नप के अंतर्गत 61 टिपर चालक शहर के 31 वार्डों में घर-घर से कूड़ा उठान का काम करते हैं।
नहीं लौटेंगे वेतन मिलने तक वापस
टिपर चालकों ने आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला है। एक दिन पहले कुछ चालक व परिचालक एकत्रित होकर थानेसर नप कार्यालय भी गए थे, लेकिन उनका कोई समाधान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि चालक व परिचालक नियमित रूप से अपना काम कर रहे हैं। कूड़ा उठान करने के साथ-साथ पेमेंट कलेक्शन का काम भी करते हैं, जिससे नप को लाखों रुपये की आमदनी होती है। मगर उनका वेतन देने के नाम पर नप अधिकारी आश्वासन देने लगते हैं। दो दिन का समय देने की अपील की : बलबीर रोहिला
थानेसर नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी बलबीर रोहिला ने बताया कि जिस कंपनी के पास ठेका था उस कंपनी मालिक के ऊपर एक नगर पालिका ने मामला दर्ज करा रखा है, जिस पर जांच चल रही है। कंपनी के साथ ठेका खत्म हो गया था, जिसे आगे बढ़ाया जाना था, लेकिन बढ़ाया नहीं गया। अब दूसरी कंपनी के माध्यम से बिल बनवाकर भिजवाया जाएगा। चालकों व परिचालकों को दो दिन का समय देने की अपील की थी, जिस पर कर्मचारी नहीं मान रहे।