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कुवि के डिप्लोमाधारकों को कौशल विभाग के पत्र से राहत

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से आर्ट एंड क्राफ्ट का डिप्लोमा करने वालों डिप्लोमाधारकों ने कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा की ओर से जारी पत्र पर राहत मिलने की बात कही है। डिप्लोमाधारकों ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की ओर से उनकी मान्यता को लेकर जारी पत्र में साफ किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 05:15 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 05:15 PM (IST)
कुवि के डिप्लोमाधारकों को कौशल विभाग के पत्र से राहत
कुवि के डिप्लोमाधारकों को कौशल विभाग के पत्र से राहत

- कुवि, एमडीयू और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने कुवि से आर्ट एंड क्राफ्ट को डिप्लोमा धारकों को लेकर जारी किया पत्र जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से आर्ट एंड क्राफ्ट का डिप्लोमा करने वालों डिप्लोमाधारकों ने कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा की ओर से जारी पत्र पर राहत मिलने की बात कही है। डिप्लोमाधारकों ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की ओर से उनकी मान्यता को लेकर जारी पत्र में साफ किया गया है। भर्ती को लेकर समकक्षता और समतुल्यता का निर्धारण कुवि ही कर सकता है। कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा यह तय नहीं कर सकता। कुवि एक स्वायत संस्था है और समकक्षता व मान्यता तय करने का काम विवि का ही होता है। कुवि की ओर से पहले ही डिप्लोमाधारकों को इस डिप्लोमा के पूरी तरह से मान्य होने का पत्र जारी किया गया है। ऐसे में डिप्लोमाधारकों ने इससे राहत मिलने की बात कही है।

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गौरतलब है कि प्रदेश में आर्ट एंड क्राफ्ट भर्ती का मामला अदालत में चल रहा है। इस मामले पर सुनवाई करते हुए पिछले दिनों अदालत ने कुवि सहित कई अन्य संस्थानों के डिप्लोमा को इस भर्ती के लिए अमान्य करार दे दिया था। इसके बाद से भर्ती में चयनित उम्मीदवारों में बेचैनी बढ़ी हुई है। इस भर्ती में 600 के करीब उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने कुवि के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय से आर्ट एंड क्राफ्ट का डिप्लोमा किया है। इसके बाद से ही ये सभी उम्मीदवार को मान्यता को लेकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विवि रोहतक और कौशल एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा को पत्र लिखकर जवाब मांग रहे हैं।

सरकार इस पर संज्ञान ले

कुवि ने अपने डिप्लोमा को पूरी तरह से मान्य और आइटीआइ के समकक्ष होने का पत्र जारी कर दिया था। इसके बाद इन उम्मीदवारों ने एमडीयू और अब कौशल एवं औद्योगिकी प्रशिक्षण विभाग से पत्र जारी करवाया है। इससे उन्हें राहत मिली है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस पर कोई संज्ञान लेगी और उनके डिप्लोमा की मान्यता को समझकर उन्हें नियुक्ति देगी।


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