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सुबह छाई धुंध से बढ़ी ठंड, कल से बादल छाने का अनुमान

धर्मनगरी में वीरवार को तेज धूप खिलने के अगले दिन शुक्रवार सुबह ही छाई धुंध ने ठंड बढ़ा दी है। धुंध और घने कोहरे के चलते सुबह अपने घरों से निकले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ²श्यता कम होने पर वाहन चालक लाइटें जलाकर चले।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 07:28 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 07:28 AM (IST)
सुबह छाई धुंध से बढ़ी ठंड, कल से बादल छाने का अनुमान
सुबह छाई धुंध से बढ़ी ठंड, कल से बादल छाने का अनुमान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी में वीरवार को तेज धूप खिलने के अगले दिन शुक्रवार सुबह ही छाई धुंध ने ठंड बढ़ा दी है। धुंध और घने कोहरे के चलते सुबह अपने घरों से निकले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ²श्यता कम होने पर वाहन चालक लाइटें जलाकर चले।

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न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, दिन में अधिकतम तापमान भी 17 डिग्री दर्ज किया गया। धुंध के चलते हवा में नमी का स्तर 89 फीसद रहा है। हवा की गति सुबह के समय 10 किलोमीटर प्रतिघंटा और शाम को घटकर दो किलोमीटर प्रतिघंटा रही। शीतलहर चलने पर लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों ने शनिवार से मौसम के करवट लेने का अनुमान जताया है। शनिवार से आसमान में आंशिक रूप से बादल छाने का अनुमान है। दोपहर को सूर्य देव के हुए दर्शन

धुंध के चलते शुक्रवार को 12 बजे के बाद ही सूर्य देवता के दर्शन हुए। सुबह के समय देरी से धूप खिलने पर अपने दैनिक कार्याें के लिए घरों से निकले लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। कार्यालयों में लोग काम करने से पहले हीटर से हाथ गर्म करते दिखे। बाजारों में भी दुकानदार ग्राहक कम होने पर अलाव सेंकते रहे। कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम विशेषज्ञ डा. ममता ने बताया कि अभी कई दिनों तक ठंड अपना असर दिखाएगी। सुबह और शाम को धुंध छाई रहेगी। इसके साथ ही शनिवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। ठंड रहती है गेहूं के लिए फायदेमंद

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने बताया कि ठंड गेहूं के लिए लाभदायक है। इन दिनों में पड़ने वाली ठंड से गेहूं की फसल में फुटाव होता है। इससे पैदावार अच्छी रहती है। हालांकि अधिक ठंड पड़ने से सब्जी की फसल को नुकसान होने लगा है। इससे बचाव के लिए सब्जी उत्पादक किसानों को हवा की दिशा को देखकर खेत में घास-फूस में आग जलानी चाहिए। इस आग से निकलने वाले धुएं से खेत के तापमान में बढ़ोतरी होती है।


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