सीआइए इंस्पेक्टर बनकर 5.80 लाख ठगे, केस दर्ज
इस्माईलाबाद थाना क्षेत्र में पहले लोन दिलाने फिर नकली पुलिस इंस्पेक्टर बनकर 5.80 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है।
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : थाना क्षेत्र में पहले लोन दिलाने फिर नकली पुलिस इंस्पेक्टर बनकर 5.80 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मीरापुर गांव के सुनील कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अंबाला शहर के बलजीत सिंह और पवन कुमार को डेढ़ साल से जानता था। दोनों ने तीन अन्य के साथ मिलकर उसको बिजनेस के लिए लोन दिलवाने की बात कही। इसके ऐवज में कम ब्याज देना होगा यही नहीं बहुत कम किश्त जमा करवानी होगी। उन्होंने उससे आधारकार्ड व सर्टिफिकेट ले लिए गए। इसके बाद लोन पास करवाने की ऐवज में 30 हजार की नकदी भी ली। इसके बाद 15 हजार अलग से लिए गए। आरोपित बलजीत गांव मीरापुर में आकर उसे अपने दो दोस्तों को भी लोन दिलवाने में शामिल करने की कही। इसके लिए उनके कागजात व नकदी दिलवा दी। सबका लोन एक साथ पास हो जाएगा। उसकी बातों में आकर इस्माईलाबाद में एक मेडिकल स्टोर पर 50 हजार नकद और कागजात दे दिए गए। इसके बाद फोन आया कि लोन पास हो गया है। अब एक बार नकदी जमा करवानी होगी। ताकि कंपनी को विश्वास हो जाएं। उन्होंने ऐसा कर 5.80 लाख खाते में डलवा लिया। सुनील कुमार ने बताया कि यहां से आरोपितों ने दूसरी गेम शुरू कर दी। एक दिन एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि सीआइए इंस्पेक्टर बोल रहा है। उन्होंने बलजीत आदि को नकली सर्टिफिकेट बनाने के आरोप में पकड़ा है। उसमें उनका सर्टिफिकेट भी मिला है। वह पुलिस कार्रवाई से पीछा छुड़वाना चाहता है तो नकदी का इंतजाम कर लें। उसने आरोप लगाया कि आरोपितों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से ठगा है। थाना इस्माईलाबाद प्रभारी भीमराज शर्मा ने बताया कि बलजीत व पवन निवासी अंबाला, सुमेश भिवानी, प्रवीण गांव कलेरां, मनीष अंबाला के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी।