गर्भ में बच्चे की मौत से भड़के परिजन, जाम लगाने पहुंचे अस्पताल के बाहर
गर्भ में बच्चे की मौत के बाद उसे बाहर निकालने में हो रही देरी से भड़के परिजनों ने सायं को एलएनजेपी अस्पताल के सामने कुरुक्षेत्र-कैथल मार्ग पर पहुंचकर जाम लगा दिया। जाम लगते ही वहां पुलिस कर्मी और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनजीत पहुंच गए और उन्होंने मरीज के परिजनों से बात की।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गर्भ में बच्चे की मौत के बाद उसे बाहर निकालने में हो रही देरी से भड़के परिजनों ने सायं को एलएनजेपी अस्पताल के सामने कुरुक्षेत्र-कैथल मार्ग पर पहुंचकर जाम लगा दिया। जाम लगते ही वहां पुलिस कर्मी और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनजीत पहुंच गए और उन्होंने मरीज के परिजनों से बात की। इसके बाद वे परिजनों को अपने साथ प्रसूति विभाग में लेकर पहुंचे और प्रसूता की हालत के बारे में पूरी जानकारी स्टाफ से ली। डॉ. मनजीत ने बताया कि महिला की स्थिति स्थिर है। चिकित्सकों ने मृतक बच्चे को बाहर निकालने के लिए इंजेक्शन दिया हुआ है। दर्द उठते ही डिलीवरी कराकर मृतक बच्चे को बाहर निकाल लिया जाएगा।
लाडवा निवासी सुनील ने बताया कि उसकी पत्नी पूनम को सात दिन पहले दर्द उठा तो वे लाडवा सीएचसी में ले गए। तीन दिन उन्होंने पूनम को दाखिल करके रखा इसके बाद उन्होंने एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया। सोमवार को वे पूनम को एलएनजेपी अस्पताल लेकर पहुंच गए। आज सुबह चिकित्सक ने पूनम का अल्ट्रासाउंड लिख दिया। चिकित्सकों की हड़ताल होने के चलते वह बाहर से अल्ट्रासाउंड कराकर लाया, जिसके बाद चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। तब से उसकी पत्नी की कोई देखरेख नहीं की गई। उन्होंने स्टाफ से पूछा कि बच्चा कब से मृत है तो उन्होंने बुधवार दोपहर से फाइल में पूनम को गैर हाजिर दिखा रखा है, जबकि वह पूरा दिन बेड पर ही थी। सुनील ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने जाम लगाया तब जाकर उसकी पत्नी को अंदर लेबर रूम में लेकर गए हैं। सुनील ने कहा कि अस्पताल में चिकित्सक ही नहीं है और प्रसूताओं के साथ लापरवाही बरती जा रही है। वहीं एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनजीत ने कहा कि चिकित्सक ने पूनम को जो भी उपचार दिया जाना चाहिए वह देना शुरू कर दिया है।