ब्रह्मसरोवर के तटों पर दिखा 'मिनी भारत', देशी-विदेशी कलाकारों को मिले कद्रदान
अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के तटों पर मिनी भारत के दर्शन हुए। क्राफ्ट मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों को लाखों की संख्या में कद्रदान मिले।
जेएनएन, कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में धर्मनगरी के ब्रह्मसरोवर के तटों पर मिनी भारत के दर्शन हुए। 7 दिसंबर से यहां चल रहे क्राफ्ट मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों को लाखों की संख्या में कद्रदान मिले। अनुमान के मुताबिक अब तक आठ लाख से ज्यादा पर्यटक यहां पहुंच चुके हैं। एक ओर जहां विराट संत सम्मेलन हुआ तो वहीं हरियाणवी पवेलियन में गजेंद्र फोगाट के गीतों पर खूब धमाल मचा। गुजराती खाने और हिमाचल प्रदेश के नृत्य देखने वालों की भी भीड़ रही। खचाखच भरे चारों घाटों पर रात तक पर्यटक घूमते रहे।
कलाकारों ने बिखेरे संस्कृति के रंग
पुरुषोत्तमपुरा बाग देशी-विदेशी कलाकारों द्वारा बिखेरे संस्कृति के अनूठे रंगों से सराबोर हो उठा। इसमें हरियाणवी पॉप ङ्क्षसगर गजेंद्र फोगाट की मस्ती में दर्शकगण भी झूम उठे। गोवा और मॉरीशस के कलाकारों की प्रस्तुतियों ने भी दर्शकों को संगीतरस से भर दिया। इसमें मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के कलाकारों ने हरियाणवी धमाल का जोरदार तड़का लगाया। इनमें रेणु व साथी कलाकार ने 'मेरे पाछै-पाछै आवण का भला कोण सा मतलब तेरा सै', की दमदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।
लंबू-छोटू आदमियों की तिकड़ी ने बटोरी तालियां
महोत्सव में लंबू-छोटू और लंबे-तगड़े युवा की तिकड़ी ने मंच पर डांस किया तो दर्शक भी झूमने लगे। इनमें नरवाना के जीतू मोर जिनका कद सात फुट से भी अधिक है और कुरुक्षेत्र के पोन्हा जो ठिगने कद के हैं, शामिल थे। इसके साथ ही इसमें लंबे-तगड़े कद काठी के कुरुक्षेत्र निवासी आयुष भल्ला भी शामिल रहे।