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बैलेट पेपर से आसान नहीं होता था चुनाव : शर्मा

पूर्व डीएसपी रामनाथ शर्मा का कहना है कि पहले के चुनाव व अब के चुनाव में जमी आसमान का अंतर आ गया है। बेल्ट पेपर के जरिए चुनाव करना आसान नहीं होता था बेल्ट पेपर को लेकर कई बार लोगों में विवाद होता था। कम दिखाई देने वाले वृद्ध मतदाता की वोट का मिस यूज होता था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:29 AM (IST)
बैलेट पेपर से आसान नहीं होता था चुनाव : शर्मा
बैलेट पेपर से आसान नहीं होता था चुनाव : शर्मा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पूर्व डीएसपी रामनाथ शर्मा का कहना है कि पहले के चुनाव व अब के चुनाव में जमी आसमान का अंतर आ गया है। बैलेट पेपर के जरिए चुनाव करना आसान नहीं होता था, बेल्ट पेपर को लेकर कई बार लोगों में विवाद होता था। कम दिखाई देने वाले वृद्ध मतदाता की वोट का मिस यूज होता था। मतदान कराने वाले कर्मी भी गड़बड़ी कर देते थे, मगर अब स्थिति बदल गई है। ईवीएम से चुनाव में निष्पक्षता आई है। अब कोई भय नहीं होता और न ही कोई बोगस वोट नहीं डालता है। रामनाथ शर्मा का कहना है कि 1985 से 95 के बीच स्थिति ज्यादा खराब हुई थी। उस समय बोगस वोट डालने की प्रवृति बढ़ी। बूथ पर जाने से भय महसूस होने लगाता। पुन: फिर स्थिति सामान्य हुआ है। लेकिन खर्चा भी खूब होने लगा है। नेता और वोटर का चरित्र खरीद बिक्री का हो जाने से राजनीति में बढ़ती गंदगी से पीड़ा भी होती है। फिर भी एक जिम्मेवार नागरिक के रूप में वे मतदान करने जरूर जाते हैं। मतदान के दिन उनका पहला कार्य वोट डालना होता है।

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