पवित्र सरस्वती नदी को फिर से धरा पर लाने के लिए किए जाएंगे प्रयास : धूम्मन
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के नव नियुक्त वाइस चेयरमैन धूम्मन सिंह किरमच ने शुक्रवार को पिपली स्थित सरस्वती नदी पर बने पुल का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के नव नियुक्त वाइस चेयरमैन धूम्मन सिंह किरमच ने शुक्रवार को पिपली स्थित सरस्वती नदी पर बने पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने इसके जीर्णोंद्धार के बारे में विस्तार से जाना। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। धूम्मन सिंह किरमच ने नियुक्ति पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और हरियाणा के पर्यटन एवं शिक्षामंत्री कंवरपाल का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से ही आदि बद्री उदगम स्थल से हरियाणा की माटी से बहने वाली प्राचीनतम सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड का गठन किया गया। इसके किनारे स्थित पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों को दर्शनीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए कई परियोजनाओं को शुरू किया।
उन्होंने कहा कि पवित्र सरस्वती नदी का संबंध कुरुक्षेत्र से जुड़ा हुआ है। आज से हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र, पिहोवा से होती हुई यह सिरसा जिले की तरफ आगे जाती थी, लेकिन समय के साथ-साथ यह नदी लुप्त हो गई। अगर प्राचीन ग्रंथों और वेदों पर नजर डाले तो सरस्वती नदी के पुराने अनोखे इतिहास से परिचय होता है। इस सरस्वती नदी के किनारे ही वेदों की रचना हुई और पूरी दुनिया को शिक्षा और संस्कार दिए गए। इस प्राचीन नदी को लेकर धरोहर विकास बोर्ड द्वारा शोध कार्य भी किए गए है। इस मौके पर जिला परिषद की उपाध्यक्ष परमजीत कौर कश्यप, महामंत्री सुशील राणा, मंडलाध्यक्ष देशराज शर्मा, रमेश सैनी, सतप्रकाश सैनी व ईश्वर कौशिक मौजूद रहे।