गंदे नाले पर सुगम रास्ता..
प्रेरणा देने के लिए एक कहावत अक्सर सुनाई जाती है कि कमल कीचड़ में ही खिलता है। मगर इस कहावत को लक्ष्मण कालोनी वेलफेयर सोसाइटी ने पूरा करके दिखाने का काम किया है। सोसाइटी ने कालोनी के बीच से गुजर रहे शहर के सबसे बड़े गंदे नाले पर पैदल पथ बनाने की एक कल्पना की थी जो अब पूरी होने जा रही है। इस कल्पना को साकार करने के लिए 25 लाख रुपये का बजट भी सेंक्शन हो गया है और इसे बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। जिस नाले की वजह से कालोनी के लोग आए दिन गंदगी दुर्गंध और घने अंधेरे के कारण असामाजिक तत्वों की गंदी हरकतों की समस्याओं से जूझ रहे थे। उस नाले पर सुगम और दूधिया रोशनी से नहाया हुआ पैदल पथ बनने का कार्य शुरू हो गया है। इस पैदल पथ के बनने से जहां नाले के दोनों ओर रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी वहीं दूसरी कालोनी के लोगों के लिए भी यह एक प्रेरणादायक किस्सा बन जाएगा। पैदल चलने वाले लोगों को यह रास्ता शास्त्री मार्केट से सीधे नरकातारी रोड पर ले जाएगा।
विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र।
प्रेरणा देने के लिए एक कहावत अक्सर सुनाई जाती है कि कमल कीचड़ में ही खिलता है। मगर इस कहावत को लक्ष्मण कालोनी वेलफेयर सोसाइटी ने पूरा करके दिखाने का काम किया है। सोसाइटी ने कालोनी के बीच से गुजर रहे शहर के सबसे बड़े गंदे नाले पर पैदल पथ बनाने की एक कल्पना की थी, जो अब पूरी होने जा रही है। इस कल्पना को साकार करने के लिए 25 लाख रुपये का बजट भी सेंक्शन हो गया है और इसे बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। जिस नाले की वजह से कालोनी के लोग आए दिन गंदगी, दुर्गंध और घने अंधेरे के कारण असामाजिक तत्वों की गंदी हरकतों की समस्याओं से जूझ रहे थे। उस नाले पर सुगम और दूधिया रोशनी से नहाया हुआ पैदल पथ बनने का कार्य शुरू हो गया है। इस पैदल पथ के बनने से जहां नाले के दोनों ओर रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी वहीं दूसरी कालोनी के लोगों के लिए भी यह एक
प्रेरणादायक बन जाएगा। पैदल चलने वाले लोगों को यह रास्ता शास्त्री मार्केट से सीधे नरकातारी रोड पर ले जाएगा।
बड़ी मुश्किल थी डगर
लक्ष्मण कालोनी वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान एडवोकेट लवकेश मेहता ने बताया कि जो व्यक्ति की सबसे बड़ी कमजोरी होती है बहुत बार उसके बारे में सकारात्मक ²ष्टिकोण से सोचने पर वही सबसे बड़ी शक्ति भी बन सकती है। बस सोसाइटी के सदस्यों ने यही किया। रात के अंधेरे में जहां कुछ असामाजिक तत्व नशा करके यहां उल्टी सीधी हरकते करते थे वहीं गंदगी, दुर्गंध, कांटेदार झाड़ियां और तमाम परेशानियों से कालोनी के लोग आए दिन गुजर रहे थे। इन्हीं सब बातों पर विचार करके सोचा गया कि क्यों न नाले के ऊपर से सुंदर रास्ता बनाया जाए। इसके लिए एक प्रपोजल बनाया गया। जनस्वास्थ्य विभाग, थानेसर नगर परिषद और दूसरे विभागों के पास इस प्रपोजल की प्रेजेंटेशन दी गई। विधायक सुभाष सुधा के सामने भी यह मांग रखी गई, जिसके बाद इस प्रपोजल को हरी झंडी मिल गई। अब यहां पर एक पैदल पथ बनाया जाएगा, जिसके लिए नाले के दोनों तरफ एक दीवार बनाने का काम शुरू हो गया है। इस रास्ते पर सुंदर स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि लोग यहां से रात को भी गुजर सकें। 25 लाख रुपये का टेंडर किया गया : एमई
थानेसर नगर परिषद के एमई ईश्वर वर्मा ने बताया कि अभी 25 लाख रुपये का टेंडर नप की ओर से लगाया गया है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। यह पैदल चलने वाले लोगों के लिए मार्ग तैयार किया जाएगा, जिस पर किसी वाहन की एंट्री नहीं होगी। इसका सुंदरीकरण भी किया जाएगा, जहां पर स्ट्रीट लाइटें और बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था की जाएगी।