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बोर्ड के फैसले पर अध्यापकों में मायूसी तो विद्यार्थियों के खिले चेहरे

हरियाणा बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं रद व 12वीं की परीक्षाएं स्थगित करने के फैसले पर एक ओर अध्यापकों में मायूसी छाई तो दूसरी ओर विद्यार्थियों के चेहरे खिल गए। स्कूल प्रिसिपलों व अध्यापकों ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं होनी चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 06:38 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 06:38 AM (IST)
बोर्ड के फैसले पर अध्यापकों में मायूसी तो विद्यार्थियों के खिले चेहरे
बोर्ड के फैसले पर अध्यापकों में मायूसी तो विद्यार्थियों के खिले चेहरे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हरियाणा बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं रद व 12वीं की परीक्षाएं स्थगित करने के फैसले पर एक ओर अध्यापकों में मायूसी छाई तो दूसरी ओर विद्यार्थियों के चेहरे खिल गए। स्कूल प्रिसिपलों व अध्यापकों ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं होनी चाहिए क्योंकि परीक्षाओं में विद्यार्थी के ज्ञान का पता चलता है। कोरोना अधिक बढ़ रहा है तो बोर्ड स्कूल स्तर पर परीक्षा ले सकता है। इससे परीक्षा आसानी से संपन्न हो सकेंगी। जिले में 23776 विद्यार्थी

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हरियाणा बोर्ड में प्रदेशभर से अबकी बार 10वीं व 12वीं की कक्षा में छह लाख 67,234 परीक्षार्थियों का बोर्ड में एनरोलमेंट दाखिल है। इनमें 10वीं में तीन लाख 90 हजार 173 परीक्षार्थी और 12वीं में दो लाख 77 हजार 61 परीक्षार्थी शामिल है। वहीं जिला कुरुक्षेत्र में 23,776 परीक्षार्थियों के एनरोलमेंट दाखिल है। इनमें 10वीं में 13,995 परीक्षार्थी और 12वीं में 9781 परीक्षार्थी शामिल हैं। शिक्षा विभाग मासिक टेस्टों की ले रहा रिपोर्ट

बोर्ड ने बेशक 10वीं की परीक्षा रद और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी है, लेकिन शिक्षा विभाग स्कूलों से मासिक टेस्टों की रिपोर्ट लेनी शुरू कर दी हैं। जिन विद्यार्थियों का मासिक टेस्टों में रिकार्ड अच्छा नहीं होगा, वो विद्यार्थी पास नहीं होंगे। बोर्ड केवल अच्छे रिकॉर्ड वाले विद्यार्थियों को ही अगली कक्षा में प्रमोट करेगा। होनी चाहिए बोर्ड की परीक्षाएं

राजकीय कन्या विद्यालय थानेसर की प्रिसिपल रमा शर्मा ने कहा कि बोर्ड को 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं होनी चाहिए। वह स्कूली स्तर पर ली जा सकती हैं। परीक्षाओं के लिए पूरा साल बच्चे मेहनत करते हैं। परीक्षा में ही बच्चों की आकलन होता है। स्कूल स्तर पर हो सकती है परीक्षाएं

राजकीय विद्यालय देवीदासपुरा की प्रिसिपल बलजिद्र कौर ने कहा कि बोर्ड को 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं स्कूल स्तर पर ही ले लेनी चाहिए। इससे बच्चों ने ऑनलाइन व बाद में ऑफलाइन के माध्यम से कितनी पढ़ाई की है, यह पता लग सकेगा। अगर अब भी बोर्ड स्कूल स्तर पर परीक्षाएं लेने के आदेश दे तो उन्हें खुशी होगी। बोर्ड का निर्णय ठीक

राजकीय माडल संस्कृति स्कूल थानेसर के प्रिसिपल सचिद्र कोड़ा ने कहा कि भिवानी बोर्ड ने जो निर्णय लिया है। वह कोरोना में बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ही लिया है। जिससे परीक्षाओं में सैंकड़ों की संख्या में परीक्षार्थी एक परीक्षा केंद्र में दाखिल होते हैं जिससे कोरोना अधिक फैलने की संभावना है। 10वीं के ओपन, री-अपीयर, प्राइवेट व रेगुलर विद्यार्थियों को ब्योरा

परीक्षार्थी ओपन फ्रेश ओपन री-अपीयर प्राइवेट रेगुलर कुल

फीमेल 284 714 232 5034 6264

मेल 536 1167 292 5736 7731

कुल 820 1881 524 10,770 13,995 12वीं के ओपन, री-अपीयर, प्राइवेट व रेगुलर विद्यार्थियों को ब्योरा

परीक्षार्थी ओपन फ्रेश ओपन री-अपीयर प्राइवेट रेगुलर कुल

फीमेल 423 177 57 3880 4537

मेल 686 409 185 3964 5244

कुल 1109 586 242 7844 9781 हरियाणा बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं रद और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। 10वीं के बच्चों का रिजल्ट इंटरनल असेंसमेंट के बेस पर परिणाम घोषित किया जा सकता है।

विनोद कौशिक, डिप्टी डीईओ, जिला शिक्षा विभाग, कुरुक्षेत्र।


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