अवशेषों को आग लगाने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कर रहा कार्रवाई
खेतों में फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों को आग लगाने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पूरी तरह से सख्ती बरत रहा है। सेटेलाइट की ओर से भेजी गई आग लगाने की सूचनाओं पर विभाग की ओर से अब तक जिला भर में 63 एफआइआर दर्ज करवाई गई हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : खेतों में फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों को आग लगाने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पूरी तरह से सख्ती बरत रहा है। सेटेलाइट की ओर से भेजी गई आग लगाने की सूचनाओं पर विभाग की ओर से अब तक जिला भर में 63 एफआइआर दर्ज करवाई गई हैं। इनमें सबसे ज्यादा 25 एफआइआर थानेसर ब्लॉक में दर्ज हुई हैं तो सबसे कम लाडवा ब्लॉक में एक एफआइआर दर्ज हुई है। जिला प्रशासन की ओर से लाख जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी फानों में आग लगाने के मामले थम नहीं रहे हैं। हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (हरसक) की ओर से आए दिन विभाग को फानों में आग लगाने की लोकेशन भेजी जा रही हैं और अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच के बाद पुलिस को इसकी शिकायत सौंप रहे हैं।
जिलेभर में 15 सितंबर के लगभग मोटी किस्म की धान कटाई का सीजन शुरू हो गया था। इसके बाद से किसानो ने फानों में आग लगानी शुरू कर दी है। जिला कुरुक्षेत्र के अधिकारियों के संज्ञान में सबसे पहला मामला 28 सितंबर को सामने आया था। इस मामले की जांच के बाद पांच अक्टूबर को पुलिस को शिकायत सौंपी गई थी। इसके बाद से लगातार सेटेलाइट से जानकारी मिलने पर हरसक की ओर से अधिकारियों के पास जानकारी भेजी जाती रही हैं और अधिकारी इस जानकारी पर कार्रवाई करते रहे हैं। फानों को आग ना लगाएं किसान
जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रदीप मील ने कहा कि वह लगातार किसानों को जागरूक कर रहे हैं कि फानों को आग ना लगाई जाए। फानों को आग लगाने से पर्यावरण का तो नुकसान हो ही रहा है, किसान को भी घाटा झेलना पड़ रहा है। सैटेलाइट की ओर से अब तक भेजी गई रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए 63 एफआइआर दर्ज करवाई गई हैं। थानेसर में सबसे ज्यादा मामले
ब्लॉक मामले
थानेसर 25
पिहोवा 20
इस्माईलाबाद 10
शाहाबाद 05
पिपली 02
लाडवा 01