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दंगल में दिल्ली कुमारी का खिताब जीतने वाली वर्षा को किया सम्मानित

दिल्ली की सुल्तानपुरी में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में गांव सुंदरपुर की रहने वाली वर्षा ने दिल्ली कुमारी का खिताब जीता। जयराम ग‌र्ल्ज कॉलेज लोहार माजरा में बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाली वर्षा इससे पहले भी स्कूल कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 08:03 AM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 08:03 AM (IST)
दंगल में दिल्ली कुमारी का खिताब जीतने वाली वर्षा को किया सम्मानित
दंगल में दिल्ली कुमारी का खिताब जीतने वाली वर्षा को किया सम्मानित

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

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दिल्ली की सुल्तानपुरी में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में गांव सुंदरपुर की रहने वाली वर्षा ने दिल्ली कुमारी का खिताब जीता। जयराम ग‌र्ल्ज कॉलेज लोहार माजरा में बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाली वर्षा इससे पहले भी स्कूल कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी है। मंगलवार को जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन प्रवीण चौधरी ने वर्षा को गांव में पहुंचकर सम्मानित किया। प्रवीण चौधरी ने कहा कि क्षेत्र की बेटी ने दिल्ली के दंगल में जीत दर्ज कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की दूसरी बेटियों को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। ताकि वे भी इसी तरह खेलों के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। बाक्स

पिता बोले बेटी पर गर्व वर्षा के पिता विजय कुमार व मां वीना देवी ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। उनकी बेटी ने देश की राजधानी में दिल्ली कुमारी का खिताब जीतकर पूरे देश में उनका नाम ऊंचा कर दिया है। विजय कुमार ने कहा कि वे सब्जी विक्रेता हैं और अपनी बेटियों को अच्छी खुराक नहीं दे पाते। इसके बावजूद उनकी बेटियों ने संघर्ष करके अपनी प्रतिभा को साबित किया है। विजय कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार बड़ा मुकाम हासिल करने के बाद तो सब सुविधाएं देती हैं, लेकिन जब खिलाड़ी संघर्ष के दौर में होते हैं तब उन्हें आर्थिक सहायता नहीं मिल पाती।

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सरकार शुरुआत से दे सुविधाएं प्रवीण चौधरी ने कहा कि सरकार को शुरुआत से खिलाड़ियों को सुविधाएं देनी चाहिएं। ताकि खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ दे सके। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में जीतने वालों को तो सरकार की ओर से सरकारी नौकरी और धन दोनों मिलते हैं, लेकिन जब खिलाड़ी मेहनत करते हैं तो उन्हें कुछ नहीं दिया जाता। यह सिस्टम बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सफलता मिलने के बाद खिलाड़ियों को नौकरी देनी चाहिए और उससे पहले तैयारी के लिए उनपर पैसे खर्च किए जाने चाहिएं। ताकि वे सफल हो सकें।

चार साल से कर रही कुश्ती

वर्षा ने बताया कि वह पिछले चार सालों से कुश्ती कर रही है। परिवार पूरा सहयोग कर रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से किसी तरह का सहयोग उन्हें अब तक नहीं मिला। जिसके चलते परफोर्मेंस पर असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब तक उभरते हुए खिलाड़ियों को सुविधा नहीं मिलेगी तब तक आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंध रखने वाले खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पाएंगे। इस बारे में सरकार को सोचना चाहिए।

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