कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जन्माष्टमी उत्सव के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
संस्कृत एवं प्राच्य विद्या संस्थान संस्कृत-पालि-प्राकृत-विभाग एवं संगीत एवं नृत्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के उपलक्ष्य में संगीत एवं नृत्य विभाग के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: संस्कृत एवं प्राच्य विद्या संस्थान, संस्कृत-पालि-प्राकृत-विभाग एवं संगीत एवं नृत्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के उपलक्ष्य में संगीत एवं नृत्य विभाग के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. नीता खन्ना मुख्य अतिथि रहीं। 2019 के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा ने श्रीकृष्ण के जीवन और दर्शन के विषय में विशेष व्याख्यान दिया।
कुलसचिव डॉ. नीता खन्ना ने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन सत्य, शिवं, सुंदरम तीनों पक्षों के कारण पूर्ण एवं आदर्श है। उनके जीवन का हर पहलू हमारे हृदयों में रचा-बसा है। हम सब उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए जीवन में योग को अपनाएं तथा सांस्कृतिक उत्सवों को सामूहिक रूप से मनाएं। यही अखंड भारत बनाए रखने के लिए आवश्यक है। उन्होंने समस्त आयोजकों को बधाई दी और संस्कृत के ग्रंथों के अध्ययन की प्रेरणा दी।
मुख्य वक्ता डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा ने अपने व्याख्यान में कृष्ण की बाल-लीलाओं, युद्धभूमि में नायक तथा योगेश्वर रूप में निष्काम कर्मयोग को सही समझकर अपनाने का संदेश दिया। डॉ. मुजतबा हुसैन ने बांसुरी-वादन की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी। उन्होंने कृष्ण के प्रति अपना भक्तिभाव प्रदर्शित करते हुए राग वृन्दावनी सारंग में आलाप व तीन ताल में प्रस्तुत की। यूनुस हुसैन तथा विजय शाह ने तबले व गिटार की संगत दी। विभाग की अध्यक्ष प्रो. शुचिस्मिता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। बालिका आद्या ने नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी। संस्कृत की छात्रा तन्वी ने सस्वर संस्कृत गीत प्रस्तुत किया। संगीत के विद्यार्थियों ने बहुत सुरीले भजन की प्रस्तुति दी।