प्रशासनिक लापरवाही का दंश झेल रहे सेक्टर, लोगों में रोष
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में लोग परेशानी झेल रहे हैं। पिछले कई वर्षो से सेक्टरों को एचएसवीपी और नगर परिषद के हवाले करने के फेर में लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में लोग परेशानी झेल रहे हैं। पिछले कई वर्षो से सेक्टरों को एचएसवीपी और नगर परिषद के हवाले करने के फेर में लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। कहीं सड़कें टूटी हैं तो कहीं पार्कों में खड़े हरे-भरे पेड़ काटे जा रहे हैं। अनदेखी से लोगों में जिला प्रशासन के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। समस्याओं को लेकर शिकायतें सौंपने पर अधिकारी एक दूसरे विभागों की जिम्मेदारी बता पल्ला झाड़ रहे हैं। पहला मामला
सड़क के आसपास खोद डाले गढ्डे
सेक्टर चार में मकान नंबर 1704 से लेकर 1721 तक ब्लॉक से तैयार की जा रही सड़क का है। पहले तो कई वर्षो से यह सड़क टूटी पड़ी रही। कई सालों तक लगातार शिकायत करने पर जब इसे ब्लॉक से तैयार किया गया तो अब ठेकेदार ने जेसीबी लगाकर सड़क के साथ लगते प्लाटों से ही मिट्टी उठाकर काम निपटा दिया। खाली प्लॉटों से मिट्टी उठाने पर सेक्टरवासियों ने रोष जताया। सेक्टरवासी डॉ. जसविद्र, महेंद्र सिंह, डॉ. मुरारी लाल सैनी और देवेंद्र सिंह ने कहा कि खाली प्लॉटों से मिट्टी उठाने पर सड़क के दोनों ओर गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में बारिश का पानी जमा होने से सेक्टर में गंदगी फैलेगी और मच्छर पनपने से बीमारी फैल सकती है। उन्होंने अधिकारियों से ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और इन गड्ढों को भरवाने की मांग की है। दूसरा मामला
पार्क से काट डाले पेड़
सेक्टर 13 के हाउसिग बोर्ड का है। हाउसिग बोर्ड के मकानों के बीच बने एक पार्क से कुछ लोगों ने 20-20 साल पुराने हरे-भरे पेड़ों को काट दिया है। इन पेड़ों के काटे जाने पर पर्यावरण प्रेमियों ने एतराज जताया है। इसके लिए उन्होंने एचएसवीपी के बागवानी विभाग के अधिकारियों को शिकायत की तो उन्होंने इस पार्क के नगर परिषद के हवाले होने की बात कही है। पर्यावरण प्रेमियों ने हरे-भरे पेड़ों की कटाई करने की जांच करने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है। दोनों मामलों की होगी जांच
नगर परिषद थानेसर के कार्यकारी अधिकारी बीएन भारती ने इन दोनों मामलों की जांच करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार कोई भी हरे पेड़ों को नहीं काट सकता। अगर किसी ने ऐसा किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खाली प्लाटों से मिट्टी उठाने के मामले की वह स्वयं जांच करेंगे। मौके पर जाकर इसकी जांच की जाएगी। ठेकेदार की गलती मिलने पर गड्ढों में दोबारा मिट्टी डलवाई जाएगी।