जिले में 50 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए, 121 को किया डी-नोटिफाई
कुरुक्षेत्र जिले में बीड़ मथाना कड़ामी मुनियारपुर मथाना उमरी पिपली समेत 50 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं जबकि 121 कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों को डी-नोटिफाई किया गया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिले में बीड़ मथाना, कड़ामी, मुनियारपुर, मथाना, उमरी, पिपली समेत 50 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, जबकि 121 कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों को डी-नोटिफाई किया गया है।
डीसी शरणदीप बराड़ ने बताया कि जिला में बीड़ मथाना, कड़ामी, मुनियारपुर, मथाना, उमरी, पिपली, कनीपला, खेड़ी मारकंडा, ईशरगढ़, पिपली बीएनसी कालोनी, खानपुर कोलियां, रावगढ़, धुराली, सिगपुरा, खेड़ी रामनगर, लुखी, इसाकपुर, अजराना कलां, सेक्टर दो, तीन, चार में 50 स्थानों पर कोरोना सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। प्रशासन ने रिपोर्ट के तुरंत बाद ही इन क्षेत्रों को कंटेनमेंट व बफर जोन में शामिल करते हुए सैनिटाइज करने के आदेश दिए हैं।
इन्हें किया डी-नोटिफाई
वहीं स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार जिले के सराय सुखी, प्रतापगढ़, उमरी एनआइडी, मथाना, पिपली, ईशरगढ़, बजीदपुर, शंकर कालोनी, बीड़ पिपली, बोडला, बीड़ खैरी, रामगढ़, मोरथला, मुकुरपुर, सिरसला, जिरबड़ी, भवानी खेड़ा, आलमपुर, कमोदा, अमीन, हिगाखेड़ी, किरमच, खानपुर रोड़ान, लुखी, अढोण, खेड़ी रामनगर, हथीरा, लौहार माजरा, भैंसी माजरा, भवानी खेड़ा बनाए गए 121 कंटेनमेंट व बफर जोन क्षेत्र से निजात दे दी गई है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर छात्राओं को दिलाई शपथ जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दयानंद महिला महाविद्यालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एनएसएस एवं यूथ रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से ऑनलाइन शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
प्राचार्या डा. विजेश्वरी शर्मा ने बताया कि प्राध्यापिकाओं ने अपनी-अपनी कक्षाओं में तंबाकू निषेध के प्रति जागरूकता लाने के लिए छात्राओं और उनके परिवारजनों को शपथ दिलवाई गई। उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि तंबाकू स्वास्थ्य का ऐसा शत्रु है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति को मौत की तरफ धकेल देता है। इसके असर से हमारे फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचता है। तंबाकू सेवन से मुंह का कैंसर, गले का कैंसर और बहुत-सी जानलेवा बीमारियां शरीर को जकड़ लेती हैं। इसके सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार तेजी से होने वाली बढ़ोत्तरी को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साल 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरूआत की थी, ताकि सारे विश्व में इस समस्या के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके और इसके सेवन से होने वाले नुकसानों से बचा जा सके। इस मौके पर डा. दीपा, डा. सोनिया रानी, डा. सीमा सिंह, डा. उर्मिला पंघाल व डा. श्वेता सैनी मौजूद रही।