कांग्रेस को गठबंधन की चिता छोड़ अपने बारे में आत्मचितन करना चाहिए : दुष्यंत चौटाला
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि तीन कानूनों को लेकर प्रदेश के किसानों से चर्चा कर अपने सुझाव सरकार को दे सकते हैं और केंद्र सरकार ने भी निरंतर कमेटियों से चर्चा की है।
संवाद सूत्र, बाबैन : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि तीन कानूनों को लेकर प्रदेश के किसानों से चर्चा कर अपने सुझाव सरकार को दे सकते हैं और केंद्र सरकार ने भी निरंतर कमेटियों से चर्चा की है। आगे फैसला संगठन और केंद्र सरकार का है। प्रदेश सरकार सिर्फ व्यवस्था बना रही है।उन्होंने ये बातें गांव संघौर में कंवर सिंह संघौर के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सभी को अपना हक मांगने का अधिकार है। अगर संवैधानिक तरीके से मांग करेंगे तो सरकार की तरफ से भी कोई बांधा नहीं आएगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गठबंधन पूरी तरह से मजबूत है और गठबंधन सरकार में प्रदेश में विकास का पहिया पूरी तेजी से घूम रहा है। कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता गठबंधन पर सवाल उठाते है। उन्हें पहले अपनी पार्टी की तरफ देखना चाहिए। जिसमें फुट पड़ी हुई है और पार्टी के नेता अपने ही नेताओं पर विश्वास नहीं करते।
दस साल में हर गांव में महिला सरपंच
उन्होंने कहा कि पंचायती राज एक्ट में संशोधन करने से अब प्रदेश की 50 फीसदी महिलाएं गांव की सरपंच बनेंगी और अगले दस साल में हर गांव में महिला सरपंच बननी तय है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए यह बिल वरदान साबित होगा। इस मौके पर शुगर फैड के चेयरमैन एवं शाहाबाद के विधायक रामकरण काला, विधायक अमरजीत ढांडा, लाडवा हलका प्रधान जोगध्यान, युवा जिलाध्यक्ष जसविद्र खैहरा, संजय संघौर, हाकम सिंह, जिप सदस्य संदीप लाडा, प्रदेश सचिव चंद्र प्रकाश, मायाराम, रणजीत नैन, मनीष सांगवान, बलिद्र संघौर, सूबे सिंह त्यौड़ी व विक्रम मुरादनगर मौजूद रहे।