गांवों को नहीं जगमगा पाई मुख्यमंत्री की जगमग गांव योजना
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश के मुख्यमंत्री की हमारा गांव जगमग गांव योजना के तहत जिले
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
प्रदेश के मुख्यमंत्री की हमारा गांव जगमग गांव योजना के तहत जिले में दस फीडर पर जगमग योजना लागू हुई, जिसमें पांच से आठ गांव शामिल किए गए। मगर फिर भी योजना इन गांवों को जगमगा नहीं पाई। हालात ऐसे हैं कि अभी भी इन गांवों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति होने के दावे हवा-हवाई हैं। कई गांवों में तो दावे पहले हो गए और सप्लाई बाद में शुरू हुई। जगमग फीडर पर दावों के अनुरूप 15 से 18 घंटे की सप्लाई भी नहीं मिल पाई। एक-दो नहीं सभी फिडर पर ऐसे ही हालात हैं। निगम के अधिकारी अगले सीजन तक इस योजना के तहत पूरी होने का दावा कर रहे हैं।
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गर्मी में होना पड़ा बिजली कटों से दो-चार
जिले में दस फीडर पर जगमग योजना लागू की है। इन फिडर पर लाइन लोस अभी भी 20 प्रतिशत से नीचे नहीं गया है। जगमग गांवों में नियमानुसार दिन में तीन घंटे और रात को दो घंटे के कट के साथ 15 घंटे सप्लाई देनी है, लेकिन जगमग फीडर पर मुश्किल 10 घंटे सप्लाई मिली। इन फिडर पर गर्मी के दौरान खूब हंगामे भी हुए।
बिल वितरण के नए टेंडर से उपभोक्ता परेशान
लगभग दो माह पहले बिजली बिल वितरण के लिए नया टेंडर होने के बाद से उपभोक्ता परेशान हैं। बिजली बिल समय पर नहीं मिलने से उपभोक्ता बिजली निगम के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। री¨डग के लिए लगाए गए कर्मियों द्वारा गलत री¨डग ली गई। 60 से 70 प्रतिशत मीटरों की री¨डग अनुमानित ही लगा दी गई, जिससे गलत बिल बनने पर हजारों रुपये के कागज का खर्च निगम को उठाना पड़ रहा है। वहीं निगम के अधिकारी झूठे आश्वासन दे रहे हैं कि अगले माह सही बिल आएंगे। बिजली बिल ठीक कराने के लिए एसडीओ से लिखित में पत्र लिखने के बाद जेई से री¨डग की जांच करानी पड़ती है।
पूरी तरह सिरे नहीं चढ़ी मोबाइल ऐप
बिजली निगम ने बेशक बिजली बिल के लिए मोबाइल ऐप शुरू किया है। इसके तहत प्रत्येक उपभोक्ता के मोबाइल पर उसका बिल जाएगा। इसके लिए निगम ने मोबाइल नंबर भी जुटाने आरंभ कर दिए हैं। यह कार्य बिजली री¨डग लेने वाले कर्मचारी बखूबी निभा सकते हैं, मगर निगम के कार्यालय में पहुंचने वालों को ही अभी योजना के साथ जोड़ा गया है।
31 मार्च 2018 तक हो जाएगा फिडर पर 20 प्रतिशत से कम लाइन लोस
हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपमंडल अधिकारी राजबीर देशवाल का कहना है कि बिजली निगम की ओर से जगमग गांव योजना पर निगम का फोकस है। 31 मार्च 2018 तक इन फिडर पर 20 प्रतिशत से कम लाइन लॉस हो जाएगा। पहले जिन फिडर पर 80-85 प्रतिशत लाइन लॉस था वह अब 28-30 प्रतिशत हो गया है। निगम की ओर से मरम्मत का कार्य तेजी से किया जा रहा है। बिजली का उद्देश्य है कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा प्रदान की जाए।
जगमग योजना से पहले तथा जून 2017 का लाइन लॉस
फीडर पहले लाइन लॉस अब अंतर
नलवी 63 59 4
दयालपुर 57 26 26
जुरासीकलां 62 39 39
चिब्बा 66 34 32
घमूर खेड़ी 75 28 47
खेड़ी 79 50 29
त्यौड़ी 76 67 9
छारपुरा 57 25 32
गुहण 73 49 24
घमूर खेड़ी फीडर पर सबसे ज्यादा जागरूकता देखने को मिली। यहां 47 प्रतिशत लाइन लॉस घटकर 28 प्रतिशत हो गया है। इस फीडर पर पहले 75 प्रतिशत लाइन लॉस था। वहीं जिले में सबसे ज्यादा नलवी फीडर पर सबसे ज्यादा 59 प्रतिशत लाइन लॉस है। अधिकारियों का कहना है कि मार्च 2018 तक इन फीडरों पर लाइन लॉस 20 प्रतिशत हो जाएगा।