स्वच्छ जल, ध्येय हमारा, अब ग्रामीण स्वयं होंगे पानी की जांच करने में सक्षम
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जीवाणु परीक्षण किट क्लोरीन परीक्षण किट व रासायनिक गुणवत्ता परीक्षण किट प्रत्येक गांव में वितरित कर रहा है ताकि पानी की गुणवत्ता बनी रहे व समय-समय पर पानी की जांच होती रहे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जीवाणु परीक्षण किट, क्लोरीन परीक्षण किट व रासायनिक गुणवत्ता परीक्षण किट प्रत्येक गांव में वितरित कर रहा है, ताकि पानी की गुणवत्ता बनी रहे व समय-समय पर पानी की जांच होती रहे। कोविड-19 गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए जनसभाएं कर व छोटे-छोटे जांच जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जल संरक्षण व पानी की गुणवत्ता के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस काम के लिए जिला स्तर पर जिला सलाहकार डेलिया बातिश की अगुवाई में टीमों का गठन किया गया है। टीम में जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की तरफ से खंड समन्वयकों की ड्यूटी लगाई गई है।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने जिले में 393 क्लोरीन परीक्षण किट 8824 जीवाणु परीक्षण किटें बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें से 6939 जीवाणु जांच किट का वितरण हो चुका है। जनवरी माह के अंत तक बकाया लक्ष्य भी पूरा कर लिया जाएगा। जल जीवन मिशन के तहत पानी की जांच को लेकर विशेष तौर पर प्रत्येक गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की तरफ से जिला सलाहकार डेलिया बातिश की अध्यक्षता में खंड पिहोवा में समन्वयक खंड अनिल कुमार, खंड शाहाबाद में प्रदीप कुमार, खंड लाडवा में गुलशन कुमार, खंड बाबैन में सोमपाल व खंड थानेसर में सतीश कुमार कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं।
---- विभाग का लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। यह कार्य आमजन के सहयोग से पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने आमजन से अपील की है कि अगर कहीं भी स्वच्छ पेयजल की लाइन लीक होती है तो तुरंत इसकी सूचना विभाग या विभाग के टोल-फ्री नंबर पर दें। इस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
-दिनेश गाबा, कार्यकारी अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग