मानव तस्करी पर रोक के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के ढांचे में बदलाव जरूरी : खन्ना
कुरुक्षेत्र । कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डा. नीता खन्ना ने कहा कि मानव तस्करी पर रोक के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ढांचे में बदलाव किया जाना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डा. नीता खन्ना ने कहा कि मानव तस्करी पर रोक के लिए सुरक्षा के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ढांचे में बदलाव किया जाना जरूरी है। इसके मुख्य कारण गरीबी, बेरोजगारी और ग्रामीण क्षेत्रों में अवसरों की कमी है।
वह शनिवार को हरियाणा राज्य महिला आयोग और अंतरराष्ट्रीय जस्टिस मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य में मानव तस्करी लिए नीति बुनियादी ढांचे को मजबूत करना विषय पर एक दिवसीय वेबिनार में संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि आज मानव तस्करी पूरी दुनिया के साथ भारत के लिए बड़ी समस्या है। मानव तस्करी प्रशिक्षण को समझने के लिए प्रतिभागियों को स्थानीय और संयुक्त राज्य भर में विश्वसनीय संसाधनों का उपयोग करके मानव तस्करी के बारे में गंभीर रूप से सोचने के लिए आवश्यकता है। मानव तस्करी पर सही डेटा और शोध की पहचान करना और मानव तस्करी, पीड़ित सेवाओं और पीड़ितों के अधिकारों को प्रभावित करने वाले कानूनों और नीतियों पर शोध और विश्लेषण के लिए नई रणनीतियां बनाने की जरूरत है। देश में मानव तस्करी के खिलाफ अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। मानव तस्करी देश में सबसे तेजी से बढ़ता अपराध है।
हरियाणा राज्य महिला आयोग पंचकूला की वाइस चेयरमैन प्रीति भारद्वाज दलाल ने कहा कि आज मानव तस्करी में कई तरह के अपराध शामिल हैं। इनमें वेश्यावृत्ति के लिए यौन शोषण, जबरन श्रम, घरेलू दासता, जबरन शादी, अंगों को हटाना, बच्चों का ऑनलाइन यौन शोषण अन्य शामिल हैं। 56 वर्षों से मानव तस्करी की प्रकृति और रूप लगातार बदलते रहे हैं। पीड़ितों के केसों को शीघ्र निपटान के लिए फरिदाबाद में दो, पानीपत, सोनीपत, नूंह व गुरुग्राम में एक-एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनायी गई हैं।