कैंडी बाबा गिरोह के साथ नकली सोने का कारोबार करता था
शाहाबाद के पुलिस थाना में तांत्रिक कैंडी व उसके गिरोह के लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआइआर कई सवाल खड़े कर गई है। यह भी साबित कर दिया है कि तांत्रिक पूरे षडयंत्र गिरोह व प्लान के साथ नकली सोने का कारोबार कर रहा था। इस प्राथमिकी ने खाकी को भी शक के घेरे में ले लिया है।
जतिद्र सिंह चुघ, शाहाबाद, कुरुक्षेत्र : शाहाबाद के पुलिस थाना में तांत्रिक कैंडी व उसके गिरोह के लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआइआर कई सवाल खड़े कर गई है। यह भी साबित कर दिया है कि तांत्रिक पूरे षडयंत्र, गिरोह व प्लान के साथ नकली सोने का कारोबार कर रहा था। इस प्राथमिकी ने खाकी को भी शक के घेरे में ले लिया है। इस एफआइआर में अमित ने कहा है कि एक वर्दीधारी पुलिस वाले ने भी उसे थप्पड़ मारे हैं और जेल भेजने की धमकी दी है। अब सवाल यह उठता है कि क्या वह पुलिस वाला कैंडी बाबा के ही गिरोह का आदमी था, क्योंकि डेरे से हरियाणा पुलिस की वर्दी मिलने का खुलासा दैनिक जागरण ने किया था। कैप व कंधों पर हरियाणा पुलिस लिखा हुआ था। बाबा इस वर्दी की आड़ में लोगों को धमकाने का काम किया करता था। पुलिस को अब तांत्रिक के साथ-साथ उस पुलिस कर्मचारी की खोज भी करनी होगी। दुष्कर्म की धमकी देने का भी हुआ खुलासा
कैंडी बाबा लोगों पर दुष्कर्म के झूठे मुकदमे दर्ज करवाने की धमकियां भी देता था। इस एफआइआर से स्पष्ट हो गया है। अमित की शिकायत में यह सामने आया है कि जब वह तांत्रिक के बुलावे पर अपनी राशि लेने के लिए तांत्रिक के डेरे पर गया तो कैंडी ने युवती से दुष्कर्म करने के आरोप में मामला दर्ज कराने की धमकी दी। कुरुक्षेत्र में किसका है वह मकान, जिसमें अमित को दिया गया सोना
इस एफआइआर के मुताबिक पुलिस को कुरुक्षेत्र का वह मकान भी तलाशना होगा, जिसमें जसबीर यादव अमित को लेकर गया था और वहां उसे सोना दिया गया था। आखिर धर्मनगरी कुरुक्षेत्र का वह कौन सा शख्स है जो तांत्रिक के इस काले कारोबार में शामिल था। जिससे सहज ही कहा जा सकता है कि कैंडी की पकड़ के बाद कई चेहरे सामने आ सकते हैं जो तांत्रिक के साथ संलिप्त हैं। कौन था फ्रेंच कट वाला गोरा लड़का
इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि आखिर कुरुक्षेत्र के गुमनाम मकान में अमित से मिलने वाला फ्रेंच कट व कान में सोने की बुरकी डालकर रखने वाला युवक कौन था। वह गोरे रंग का लड़का कहां हैं, उसका नाम क्या है और उसका तांत्रिक के साथ क्या कनेक्शन था। अमित को सोना बेचने के नाम पर किया गुमराह
इस प्राथमिकी ने यह भी साफ किया है कि तांत्रिक का गिरोह लोगों को फंसाने का काम करता था। ऐसा ही कुछ अमित के साथ जसबीर यादव ने किया। अमित के दोस्त जसबीर यादव ने दो बार उसका सोना 14-14 लाख में लेकर 15-15 लाख में बेचने का ढोंग रचा और अमित को अपने विश्वास में ले लिया, लेकिन बाद में अमित से चार करोड़ लेकर डकार लिए। इस तरह के कई सवाल हैं जो स्पष्ट करते हैं षडयंत्रकारी बाबा नकली सोने के व्यापार के लिए कोई भी अपराध कर सकता था।