काल सेंटर के कर्मी सस्ते ब्याज पर लोन दिलाने का देते थे झांसा
पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने लोन दिलवाने के नाम पर 14.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किए आरोपितों से पुलिस रिमांड के दौरान 50 हजार रुपये की नकदी व आठ मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
- लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपितों से रिमांड के दौरान 50 हजार रुपये की नकदी व आठ मोबाइल बरामद -पांच दिन के रिमांड पर लिया था आरोपितों को जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने लोन दिलवाने के नाम पर 14.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किए आरोपितों से पुलिस रिमांड के दौरान 50 हजार रुपये की नकदी व आठ मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आरोपितों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिगला ने बताया कि तीन मार्च को गांव गुमथला गढु निवासी सिद्रपाल ने पिहोवा सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पास भारती एक्सा कंपनी से फोन आया और लोन दिलाने की बात कही। आरोपितों ने उसे बातों में लगा कर कुछ जरूरी कागजात मंगवा लिए। आरोपितों ने उससे अलग-अलग खातों में 14 लाख 46 हजार 622 रुपये हड़प लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पुलिस की साइबर अपराध शाखा को सौंपी। पुलिस की साइबर अपराध शाखा के प्रभारी सुभाष चंद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मामले में गाजियाबाद के जनता फ्लैट निवासी ऋषिकेश तिवारी व उत्तर पूर्वी दिल्ली की जनता मजदूर कालोनी निवासी कोमल को गिरफ्तार किया था। दोनों काल सेंटर में काम करते थे और वहां से लोगों के नंबर ले लेते थे। आरोपित उन नंबरों पर फोन कर लोगों को सस्ते ब्याज पर लोन देने का झांसा देते थे। उनके साथ गाजियाबाद निवासी पूजा सक्सेना भी शामिल थी। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया था।
आरोपितों को अदालत में पेश कर पांच दिन का पुलिस रिमांड लिया था। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपित ऋषिकेश से पांच हजार रुपये नकदी व दो मोबाइल, आरोपित कोमल से 20 हजार रुपये की नकदी व दो मोबाइल तथा आरोपित पूजा सक्सेना से 25 हजार रुपये की नकदी व चार मोबाइल बरामद हुए हैं।