आढ़ती हड़ताल पर गए, 1509 की खरीद भी बंद की
कुरुक्षेत्र। आढ़तियों ने अपनी मांगों की अनदेखी और तीन अध्यादेशों के विरोध में शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आढ़तियों ने अपनी मांगों की अनदेखी और तीन अध्यादेशों के विरोध में शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए। जिले की अनाज मंडियों में करीब 2500 आढ़तियों के हड़ताल पर जाने से अनाज मंडियों में कामकाज नहीं हुआ। ऐसे में धान की 1509 किस्म की खरीद भी नहीं हो गई है। पिछले कई दिनों से अनाज मंडियों में 1509 किस्म की धान की एक दिन में करीब तीन हजार बोरियों की खरीद हो रही थी। खरीद बंद होने से किसानों को परेशानी झेलनी पड़ी। आढ़तियों ने साफ किया है कि जब तक उनकी सुनवाई नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
हड़ताल लंबी चली तो होगी परेशानी
आढ़तियों की हड़ताल लंबी चलने पर किसानों के सामने समस्या पैदा हो सकती है। इन दिनों धान की फसल खेत में पककर तैयार खड़ी है। पहले ही किसान सरकारी खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। खरीद शुरू होते ही अनाज मंडियां धान से अट जाएंगी। पिछले सप्ताह भर से अनाज मंडियों में वैसे ही धान की आवक तेज हो गई है। ऐसे में किसानों को एक राहत 1509 किस्म की धान की बिक्री होने पर मिल रही थी। लेकिन अब आढ़ती और व्यापारी हड़ताल के चलते शुक्रवार से इसकी खरीद भी बंद कर रहे हैं। दो दिन पहले बैठक में लिया था फैसला
अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की दो दिन पहले ही जिला स्तरीय बैठक हुई थी। इस बैठक में आढ़तियों ने साफ कर दिया था कि शुक्रवार से हड़ताल शुरू होते ही अनाज मंडियों में कामकाज बंद कर दिया जाएगा। एसोसिएशन के जिला प्रधान बनारसी दास ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे हड़ताल जारी रखेंगे। थानेसर नई अनाज मंडी में एसोसिएशन के प्रधान दयाल चंद और अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के सचिव हरविद्र बंसल ने कहा कि हड़ताल के चलते मंडी में एक दाना भी नहीं खरीदा गया।