एसएनसीयू यूनिट में अब नहीं उखडेंगी नवजात की सांसें
लोकनायक जय प्रकाश सिविल अस्पताल के स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में भर्ती होने वाले नवजात की सांसें अब नहीं उखडेंगी।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : लोकनायक जय प्रकाश सिविल अस्पताल के स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में भर्ती होने वाले नवजात की सांसें अब नहीं उखडेंगी। एसएनसीयू में नवजात शिशुओं की सांसों को सामान्य स्थिति में लाने के लिए वेंटिलेटर लगा दिया है। सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर आ जाने से नवजात शिशुओं का रेफरल रेट में भी कमी आएगी। इसके साथ डेथ रेट में भी कम होगा।
एलएनजेपी अस्पताल की एसएनसीयू के इंचार्ज एवं सेनानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल डा. शिशिर गुप्ता ने बताया कि सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नवजात को मिल सकेंगी। उनको सिविल अस्पताल कैथल में वेंटिलेटर बिना उपयोग का रखा होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पत्राचार के माध्यम से वेंटिलेटर को कुरुक्षेत्र मंगवाया गया। इसके आने से नवजात शिशुओं को रेफर नहीं करना पड़ेगा। वेंटिलेटर में सभी तरह की सुविधाएं हैं।
रोहतक व चंडीगढ़ पीजीआइएमएस में नहीं होंगे रेफर
वेंटिलेटर के आने के बाद अब नवजात की देखभाल बेहतर ढंग से हो सकेगी। कमजोर शिशुओं की उखड़ती सांसों को वेंटिलेटर की मदद से सामान्य स्थिति में लाया जा सकता है। क्योंकि एसएनसीयू में सिर्फ वहीं बच्चे दाखिल होते है। जिन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है। इससे पहले वेंटिलेटर ना होने से इन शिशुओं को रोहतक व चंडीगढ़ पीजीआइएमएस में रेफर करने पड़ते थे। अब इनका इलाज एलएनजेपी अस्पताल की एसएनसीयू यूनिट में हो सकेगा।
पिछले तीन माह में एसएनसीयू की रिपोर्ट
डा. शिशिर गुप्ता ने बताया कि 21 जुलाई 2020 से 21 अक्टूबर 2020 तक एसएनसीयू यूनिट में 271 नवजात को दाखिल किया गया। जिसमें 206 शिशुओं को सफलतापूर्वक सुरक्षित डिस्चार्ज कर दिया गया। 10 शिशुओं को उनके अभिभावक अपनी मर्जी से ले गए। 34 शिशुओं को यूनिट से रेफर किया गया। पांच शिशुओं की मौत हो गई। अभी यूनिट में 16 नवजात का इलाज चल रहा है।