भाकियू ने दिया अनिश्चितकालीन धरने पर डटे मां-बेटे को समर्थन
सहकारी चीनी मिल के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे मां-बेटे ने धरना बढ़ाकर 24 घंटे कर दिया है। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी इंद्र संगठन प्रभारी फतेह सिंह जिला प्रधान गुरनाम सिंह भूपिद्र सिंह खानपुर जाटान गुरमुख सिंह धरने पर पहुंचे और शुगर मिल के एमडी से भेंट कर सुनीता रानी को उनका हक देने पर बातचीत की।
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : सहकारी चीनी मिल के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे मां-बेटे ने धरना बढ़ाकर 24 घंटे कर दिया है। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी इंद्र, संगठन प्रभारी फतेह सिंह, जिला प्रधान गुरनाम सिंह, भूपिद्र सिंह खानपुर जाटान, गुरमुख सिंह धरने पर पहुंचे और शुगर मिल के एमडी से भेंट कर सुनीता रानी को उनका हक देने पर बातचीत की।
शुगर मिल के एमडी सुशील कुमार ने आश्वासन दिया कि जैसे ही शुगर फेडरेशन से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट आ जाएगा इन्हें नौकरी दे दी जाएगी। इसी के साथ-साथ गांव ज्यौली के सरपंच अशोक कुमार, समलेहड़ी के सरपंच नायब सिंह, रोहित, सन्नी सेठी, रमेश बाबा, गोगी रानी, बाला रानी, श्यामो देवी व कमलेश रानी ने उन्हें समर्थन दिया। गौरतलब है कि अजय कुमार व उसकी माता सुनीता रानी ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि या तो शाहाबाद शुगर मिल पर लागू अनुकंपा सहायता नियम 2005 के तहत नौकरी दिलाई जाए या इच्छा मृत्यु की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा कि वे अनेक विभागों के चक्कर काटकर परेशान हो चुके हैं और अंत में अनिश्चितकालीन धरने का फैसला लिया है लेकिन कोई भी अधिकारी उनसे बात करने नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि उनके पिता की ड्यूटी के दौरान सात फरवरी 2011 को मृत्यु हो गई थी। उस समय शाहाबाद सहकारी चीनी मिल पर एक्सग्रेशिया पॉलिसी 2005 लागू थी क्योंकि शाहाबाद सहकारी चीनी मिल ने हरियाणा सरकार की 2006 की पॉलिसी नहीं मानी थी।